नई दिल्ली:तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा 'रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछने' के मामले में बृहस्पतिवार को लोकसभा की आचार समिति की समक्ष पेश हुईं. भारतीय जनता पार्टी के सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली समिति ने मोइत्रा को इस मामले में पूछताछ के लिए तलब किया था. इस मामले के संदर्भ में वकील जय अनंत देहाद्रई और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने पिछले दिनों लोकसभा की आचार समिति के समक्ष पेश होकर अपने बयान दर्ज करवाए थे.
इससे पहले महुआ मोइत्रा ने मंगलवार को कहा कि वे गुरुवार को लोकसभा की आचार समिति के सामने पेश होंगी. इसके साथ-साथ उन्होंने कैश फॉर क्वेरी केस में लगे आरोपों पर बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी और एडवोकेट जय अनंत देहद्रई से जिरह की अनुमति मांगी. वहीं, महुआ ने एथिक्स कमेटी से पेश होने के लिए 5 नवंबर के बाद की तारीख का अनुरोध किया था, लेकिन कमेटी ने उनके इस अनुरोध को ठुकरा दिया और 2 नवंबर को पेश होने के लिए कहा. महुआ ने कहा कि एथिक्स कमेटी के सामने पेश होने पर सारे झूठ धवस्त कर दूंगी. उन्होंने कहा कि अगर मैंने एक भी रुपया लिया होता तो बीजेपी मुझे अब तक जेल में डाल देती. उन्होंने कहा कि मेरा बाल भी बांका नहीं होगा.
महुआ ने कमेटी पर उठाए सवाल
टीएमसी सांसद ने कहा कि साल 2021 के बाद से इस एथिक्स कमेटी की एक भी मीटिंग नहीं हुई है. कमेटी ने अपना मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट भी तैयार नहीं किया है. महुआ ने कहा कि अगर मेरे ऊपर कोई आपराधिक आरोप है तो एजेंसियों को जांच करनी चाहिए. एथिक्स कमेटी किसी के निजी मैटर की जांच की जगह नहीं है.