प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद उसके गैंग के गुर्गे भी अब उसी की राह पर चल पड़े हैं. अतीक के बाद उसके खास गुर्गे आबिद प्रधान और फरहान सहित 8 लोगों के खिलाफ 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का केस दर्ज किया गया है. धूमनगंज थाने में प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करने वाले हरवारा निवासी अशरफ सिद्दीकी ने रंगदारी मांगने का केस दर्ज करवाया है. पुलिस ने हरवारा निवासी अशरफ सिद्दीकी की तहरीर पर जेल में बंद फरहान समेत आबिद प्रधान और अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
अतीक अहमद के बाद जेल में बंद उसके गुर्गे फरहान ने मरियाडीह के प्रधान रहे आबिद और उसके सहयोगियों की मदद से रंगदारी मांगने का काम किया. हरवारा के रहने वाले अशरफ सिद्दीकी का आरोप है कि वह अपने घर की तरफ जा रहा था, उसी वक्त आबिद प्रधान ने अपने कई गुर्गों के साथ मिलकर उसका रास्ता रोक लिया. उस दौरान अतीक गैंग के इन गुर्गों ने मिलकर उसको मारा-पीटा और जेल में बंद अतीक के दूसरे गुर्गे से फोन पर जबरन बात भी करवाई. उस तरफ से जेल में बंद फरहान ने भी रंगदारी देने को कहा और न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी. इतना ही नहीं आबिद प्रधान ने उसको धमकाते हुए कहा कि इतना कमाई कर रहे हो उसके बदले उन्हें भी हिस्सा देना पड़ेगा. मांगी गई रकम नहीं दी तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना. इसके बाद अशरफ ने अतीक के गुर्गों से किसी तरह से अपनी जान बचाई और अपने घर गया. 28 मई की इस घटना के बाद उसने कई दिनों बाद हिम्मत जुटाई और पुलिस से शिकायत की. उसकी मांग है कि पुलिस अतीक अहमद के इन गुर्गों के खिलाफ केस दर्ज कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, जिससे शरीफ लोग शांति से भयमुक्त माहौल में जीवन जी सकें.
इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ केस