चमोली (उत्तराखंड):उत्तराखंड के चमोली में करंट हादसे में 16 लोगों की जान चली गई. हादसा इतना भयानक था कि लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला. इस घटना के बाद से ही लगातार मामले में कार्रवाई की मांग हो रही है. मामले में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ विपक्ष कड़े एक्शन की मांग कर रहा है. इस प्रकरण में अब प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है.मामले में एसटीपी का संचालन कर रही कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
चमोली तहसीलदार की तहरीर के आधार पर एसटीपी का संचालन कर रही कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.चमोली में करंट हादसे में अब तक प्रशासन ने तेजी दिखाते हुए कदम उठाये हैं. सरकार और शासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए हादसे के तुरंत बाद ही मृतकों के आश्रितों के लिए पांच लाख के मुआवजे का एलान किया था.साथ ही केंद्र सरकार ने भी 2 लाख के मुआवजे की घोषणा की.
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आज खुद सीएम धामी चमोली पहुंचे. उन्होंने हादसे में मारे गये लोगों के परिजनों के साथ मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया. साथ ही सीएम धामी ने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की. इस दौरान सीएम धामी ने सभी को हरसंभव मदद का भरोसा दिया. वहीं, विपक्ष भी चमोली पहुंच चुका है. कांग्रेस के सभी बड़े नेता अभी चमोली में हैं.
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चमोली करंट हादसा:बता दें 18 जुलाई(मंगलवार) को चमोली नमामि गंगे प्रोजेक्ट में हरमनी गांव के रहने वाले एक चौकीदार की मौत हो गई थी. चौकीदार के परिजनों को मुआवजा दिलवाने के लिए ग्रामीण इकट्ठे होकर प्लांट में प्रदर्शन करने पहुंचे. यहां पहले लगभग 10 से 15 लोग मौजूद थे, जो देखते ही देखते बढ़ गये. जिसके बाद चमोली नमामि गंगे प्रोजेक्ट पर 35 से 40 लोग जमा हो गये. भीड़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के लिए पीपलकोटी चौकी इंचार्ज प्रदीप रावत को भेजा.
घायलों को किया गया एयर लिफ्ट
प्रदीप रावत अपने कुछ होमगार्ड्स को लेकर मौके पर पहुंचे. का काम करता था. सेम, डुंगरा गांव के लोग नमामि गंगे और यूपीसीएल से मृतक चौकीदार के परिवार को एक करोड़ के मुआवजे की मांग कर रहे थे. इसी बात को लेकर गहमागहमी हो रही थी. इस दौरान प्लांट में बिजली नहीं थी. तभी अचानक 11:25 बजे अचानक बिजली ऑन हो गई. जिसके बाद शॉर्ट सर्किट से एक धमाका हुआ. क्षणभर में सबकुछ तबाह हो गया. इस घटना में 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल गये.
हालचाल जानने पहुंचे सीएम धामी
कुमाऊं के एसटीपी प्लांट्स में भी अलर्ट:चमोली एसटीपी प्लांट हादसे के बाद कुमाऊं के सभी एसटीपी प्लांट्स में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. सभी एसटीपी प्लांट में सावधानी और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. चमोली में हुई घटना के बाद कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने सभी एसटीपी प्लांट, औद्योगिक इकाइयों और उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड के सब स्टेशन में उपकरणों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की बात कही. कुमाऊं कमिश्नर ने यूपीसीएल के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि सुरक्षा के लिहाज से सभी इकाइयों का एक बार निरीक्षण कर लिया जाये. एसटीपी प्लांट का संचालन आमतौर पर चलने वाला जल संस्थान के पास रहता है, लिहाजा मेंटिनेंस के तौर पर समय-समय पर चेकिंग होना भी बहुत जरूरी है. इसके अलावा सभी सरकारी दफ्तरों में सुरक्षा की दृष्टि से बिजली के उपकरणों की सुरक्षा भी तय की जानी बेहद जरूरी है जिससे चमोली जैसी घटना से बचा जा सके