नई दिल्ली: दिल्ली कंझावला हिट एंड रन मामले में नामजद सातवें आरोपी अंकुश खन्ना ने शुक्रवार को सरेंडर कर दिया. आरोपी शाम करीब साढ़े 4 बजे सुल्तानपुरी थाने पहुंचा और खुद को पुलिस के हवाले कर दिया. इससे पहले पुलिस ने मामले के छठवें आरोपी, गाड़ी के मालिक आशुतोष को शुक्रवार सुबह गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को ही इस मामले में पांचों आरोपियों के अलावा दो अन्य आरोपियों को नामजद किया था. इस तरह अंजलि की मौत के मामले में नामजद सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं.
कंझावला केस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, नये-नये खुलासे हो रहे हैं. गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया था कि मामले में पांच नहीं, बल्कि सात लोग संलिप्त हैं. इन्हीं में से कार मालिक आशुतोष भी एक है. आशुतोष ने ही आपनी गाड़ी अमित को दी थी, जिसके पास कार ड्राइविंग का लाइसेंस नहीं था. घटना के बाद आशुतोष ने गाड़ी छुपाने में मदद की और पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी. पुलिस ने जिन दो नये आरोपियों के बारे में बताया था, उनमें आशुतोष के अलावा अंकुश था. इन दोनों का नाम एफआईआर में जोड़ दिया गया है.
कंझावला हिट एंड रन मामले में अंजलि की मौत के बाद उसकी कथित सहेली निधि भी शक के दायरे में है. पुलिस के अनुसार अंकुश वही शख्स है, जिसे वारदात के बारे में जानकारी थी और इसके बावजूद उसने आरोपियों को सलाह दी थी कि अमित की जगह दीपक को ड्राइवर बता दिया जाए, क्योंकि अमित के पास लाइसेंस नहीं है. वारदात के वक्त गाड़ी वही चला रहा था. इसीलिए अंकुश के कहने पर पुलिस को गुमराह किया गया और गलत जानकारी दी गई.