चंडीगढ़ : 2022 के विधानसभा चुनाव (assembly elections) में अब केवल छह महीने बाकी हैं और अकाली-भाजपा (Akali-BJP) के अलग होने के बाद राज्य में एक नया राजनीतिक परिदृश्य उभर रहा है. दलित (पिछड़े) वोट बैंक के बाद अब सारी राजनीति हिंदू वोट बैंक (Hindu Vote bank) के इर्द-गिर्द केंद्रित हो गई है.
कैप्टन कैबिनेट में छह हिंदू मंत्री
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Chief Minister Captain Amarinder Singh) के मंत्रिमंडल में दलित कोटा में ब्रह्म महिंद्रा, विजेंद्र सिंगला, भारत भूषण आशु, शाम सुंदर अरोड़ा, ओपी सोनी और अरुणा चौधरी सहित छह हिंदू कैबिनेट मंत्री शामिल हैं. इसके साथ ही वेयर हाऊसिंग के अध्यक्ष (Chairman of Warehousing Corporation) और विधायक राज कुमार वेरका (न) को भी मंत्री का दर्जा दिया गया है.
कैप्टन चाहते हैं पार्टी अध्यक्ष पद के लिए हिंदू नेता
कैप्टन नहीं चाहते कि पार्टी में दो जाट सिख वरिष्ठ पदों पर आसीन हों. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ हिंदू नेता हैं और सीएम उनकी जगह हिंदू नेता लाने की रणनीति बना रहे हैं, जिसके लिए विजेंदर सिंगला (Vijender Singla) और मनीष तिवारी (Manish Tewari) का नाम आगे चल रहा है.
कैप्टन का लंच डिप्लोमेसी
दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान (Congress High Command ) के साथ अपनी बैठक से पहले और पार्टी के बीच विवाद को खत्म करने के लिए, पंजाब के सीएम ने आज अपने विधायकों और अपने खेमे के मंत्रियों के साथ लंच डिप्लोमेसी की, जिसमें उन्होंने कैबिनेट मंत्रियों और अनादपुर साहिब (anadpur Sahib ) के सांसद मनीष तिवारी के साथ 35 विधायकों को आमंत्रित किया.
शिरोमणि अकाली दल का कांग्रेस के हिंदू नेताओं को काटने की कोशिश
अब तक कांग्रेस के दो हिंदू चेहरे शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) में शामिल हो चुके हैं. अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) ने जलालाबाद से कांग्रेस के पूर्व विधायक और हिंदू चेहरे हंसराज जोसन (Hansraj Joson) को अपनी पार्टी में शामिल किया है. इसके अलावा कांग्रेस के अन्य हिंदू नेता राजिंदर दीपा (Rajinder Deepa ) भी अकाली दल में शामिल हो गए हैं.