नई दिल्ली: देश में चाय के कुल उत्पादन में आठ चाय उगाने वाले पूर्वोत्तर राज्यों का बड़ा योगदान है. इन राज्यों के द्वारा 54 प्रतिशत उत्पादन किया जाता है. इसको देखते हुए एक संसदीय समिति ने केंद्र सरकार से उत्पादों के लिए निरंतर अंतरराष्ट्रीय मार्केटिंग के प्रयास करने की सिफारिश की है. गौरतलब है कि पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में असम के द्वारा सबसे अधिक चाय का उत्पादन किया जाता है. असम में वर्ष 2021 में 672.14 मिलियन किलोग्राम चाय का उत्पादन किया गया. वहीं इसी अवधि के दौरान 8.30 मिलियन किलोग्राम चाय का निर्यात किया गया.
पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्रालय की अपनी 241 कार्रवाई रिपोर्ट में, गृह मामलों की संसदीय समिति ने कहा है कि लगभग 1.18 लाख छोटे चाय उत्पादक हैं जो पूर्वोत्तर राज्यों में चाय के उत्पादन में 24 प्रतिशत का योगदान करते हैं. संसदीय समिति ने मंगलवार को राज्यसभा में पेश की रिपोर्ट में कहा, 'ये राज्य बहुत अच्छी गुणवत्ता वाली सीटीसी और ऑर्थोडॉक्स चाय और ग्रीन टी जैसी विशेष चाय के उत्पादन के लिए भी उपयुक्त है. असम की चाय अपनी गुणवत्ता, विशेष रूप से स्वाद और रंग के लिए जानी जाती है. बता दें कि वर्ष 2016 में सरकार ने सिक्किम को पूरी तरह से जैविक घोषित किया है और टेमी टी स्टेट में उत्पादित चाय को वर्ष 2018 में 100 प्रतिशत जैविक चाय के रूप में प्रमाणित किया गया है.