नई दिल्ली : राजनयिक विवाद के बीच कनाडा सीनेट की स्पीकर रेमोंडे गैग्ने ( Canadian Senate speaker Raymonde Gagne ) ने गुरुवार को कहा कि वह यहां शुरू होने वाले जी20 संसदीय अध्यक्ष शिखर सम्मेलन (पी20) में भाग नहीं लेंगी. हालांकि गैग्ने ने पूर्व में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में जी-20 की बैठक में अपनी उपस्थिति की पुष्टि की थी. संसदीय सूत्रों ने बताया कि कनाडा की स्पीकर शिखर सम्मेलन में भाग नहीं ले रही हैं. कार्यक्रम में बदलाव हुआ है।’.
इससे पहले, बिरला ने कहा था कि 12-14 अक्टूबर तक होने वाले पी20 शिखर सम्मेलन में वह कनाडा की सीनेट की स्पीकर के साथ अपनी अनौपचारिक बातचीत में कई मुद्दे उठाएंगे. बता दें कि जून में खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय सरकारी एजेंटों के शामिल होने को लेकर कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ( Canadian Prime Minister Justin Trudeau) द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद दोनों देशों के बीच राजनयिक विवाद बढ़ गया था. भारत ने इस आरोप को बेतुका बताते हुए खारिज कर दिया था. निज्जर को सरे शहर में एक गुरुद्वारे की पार्किंग में अज्ञात लोगों ने गोली मार दी थी.
इस बीच, रिपोर्टों से पता चलता है कि विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने दोनों देशों के बीच राजनयिक गतिरोध के बीच कुछ दिनों पहले वाशिंगटन में कनाडाई विदेश मंत्री मेलानी जोली के साथ एक गुप्त बैठक की थी. घटनाक्रम के बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. मौजूदा कूटनीतिक खींचतान को देखते हुए भारत ने पहले 41 कनाडाई राजनयिकों को 10 अक्टूबर तक देश छोड़ने को कहा था.
कनाडा की धरती पर खालिस्तानी चरमपंथियों द्वारा की जा रही गतिविधियों को लेकर भारत और कनाडा के बीच संबंध पहले से ही अच्छे नहीं हैं और कनाडाई पीएम के आरोपों ने संबंधों को और निचले स्तर पर पहुंचा दिया है. भारत ने बढ़ती भारत विरोधी गतिविधियों और राजनीतिक रूप से क्षमा किए जाने वाले घृणा अपराधों के कारण कनाडा में अपने नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने के लिए एक सलाह जारी की है. इसने कनाडा को चरमपंथियों और आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह भी बताया है. वहीं जर्मनी और अर्जेंटीना आंतरिक कारणों से पी20 में उपस्थित नहीं होंगे और दोनों देशों ने इसको लेकर खेद जताया है.