हैदराबाद: भारत को विभाजित कर एक नया देश खालिस्तान (Khalistan) बनाने के आंदोलन की शुरुआत करीब 93 साल पहले ही हो चुकी है. अब एक बार फिर वही चिंगारी कनाडा में देखने को मिली है. भारत का बंटवारा कर खालिस्तान बनाने के समर्थक एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं और नई साजिश बनाने पर जोर दे रहे हैं. खालिस्तान बनाने की सबसे बड़ी समर्थक और आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (Sikh for Justice) यानी एसएफजे दुनिया के कई देशों में जनमत संग्रह (Referendum) कर रही है. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीती 18 सितंबर को कनाडा में इसी संस्था द्वारा एक जनमत संग्रह आयोजित किया गया.
बताया जा रहा है कि इस जनमत संग्रह में करीब 10 से 12 हजार लोग शामिल (canada sikhs votes khalistan referendum) हुए थे. यहां लोगों से पूछा गया कि 'क्या आप भारत से अलग अपना एक नया देश खालिस्तान चाहते हैं?' वहीं दूसरी ओर भारतीय दूतावास ने इस जनमत के खिलाफ कनाडा के विदेश मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन कनाडा के विदेश मंत्रालय ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है, क्योंकि मंत्रालय का कहना है कि यह लोगों को विचार रखने की आजादी का अधिकार है. जिसके चलते मंत्रालय ने इस जनमत संग्रह कार्यक्रम पर रोक भी नहीं लगाई है.
हालांकि इस कार्यक्रम के बाद भारत सरकार ने कनाडा में रह रहे भारतीय को सतर्कता बरतने के लिए कहा है. आपकी जानकारी के लिए बता दें खालिस्तान आंदोलन शुरुआत 1929 में हो गई थी. साल 1929 में कांग्रेस के लाहौर सेशन में मोतीलाल नेहरू ने पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव रखा था. जिसे लेकर तीन समूहों ने उनके इस प्रस्ताव का विरोध किया था, जिनमें पहला समूह मोहम्मद अली जिन्ना की अगुआई में मुस्लिम लीग था. दूसरा समूह भीमराव अंबेडकर की अगुवाई में दलितों का था.
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