चंडीगढ़ : आम आदमी पार्टी पर लगातार हमले करने वाले पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू नए राजनीतिक समीकरण लेकर आए हैं. तीन दिन पहले सिद्धू ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा था, लेकिन मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि विपक्षी आम आदमी पार्टी ने हमेशा उनके काम को पहचाना और अच्छे मुद्दों को उठाया. सिद्धू ने कहा था कि उन्हें यह भी पता है कि वास्तव में पंजाब के लिए कौन लड़ रहा था जिसके बाद राजनीति तेज हो गई थी.
'आप' सांसद भगवंत मान ने नवजोत सिंह सिद्धू से राज्य में तीन थर्मल प्लांट संचालित करने वाली कंपनियों द्वारा प्रदान किए गए करोड़ों के फंड पर ट्वीट करने के लिए कहा था, ताकि वह स्वीकार कर सकें कि अगर उन्होंने कुछ गलत किया है, तो वे उन्हें बताएंगे.
केवल सिद्धू ही दे सकते हैं जवाब
जब ईटीवी भारत ने आम आदमी पार्टी के विधायक कुलतार सिंह संधवान से इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि क्या यह एक काल्पनिक सवाल है, जिसका जवाब नवजोत सिंह सिद्धू ही दे सकते हैं. यह पूछे जाने पर कि सिद्धू कभी आम आदमी पार्टी के बारे में तीखे ट्वीट करते हैं तो कभी नरमी से, उन्होंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू का नाम ट्वीट सिंह होना चाहिए.
'सिद्धू खुद बने कैप्टन'
शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता प्रो. बलविंदर सिंह गोराया का मानना है कि नवजोत सिंह सिद्धू टीम वर्क में काम नहीं कर सकते और राजनीति में एक टीम में काम करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि अगर नवजोत सिंह सिद्धू आम आदमी पार्टी में शामिल हो जाते हैं तो उन्हें किसी अन्य पार्टी में जगह नहीं दी जा सकती. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी में भगवंत मान और नवजोत सिंह सिद्धू हर दिन आपस में लड़ेंगे.