नई दिल्ली :कांग्रेस ने चीनी सीमा घुसपैठ पर केंद्र से जल्द ही एक सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है. इस संबंध में बुधवार को कांग्रेस के लोकसभा सांसद और पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि चीनी घुसपैठ को लेकर सरकार संसद में इस मुद्दे से जुड़े सवालों पर भी विचार नहीं कर रही है. उन्होंने कहा कि चर्चा तो छोड़िए सरकार संसद में चीनी घुसपैठ से जुड़े सवालों पर भी गौर नहीं करती. तिवारी ने सर्वदलीय बैठक बुलाने के साथ ही वरिष्ठ विपक्षी नेताओं को चीन के साथ चल रही बातचीत के बारे में जानकारी देने की मांग की.
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि चीन की घुसपैठ के मुद्दे पर सरकार के दृष्टिकोण में पूरी तरह से अस्पष्टता है. सरकार की चीन नीति पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि 2014 में चुमार, 2017 डोकलाम, 2020 गलवान और 2022 यांग्त्से में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी घुसपैठ हो रही है, लेकिनर सरकार कोई सवाल का जवाब नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि 2020 के बाद से मैंने 65 प्रश्न प्रस्तुत किए हैं, लेकिन उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर खारिज कर दिया गया. इसी प्रकार भाजपा सहित अन्य सदस्यों के सवालों का भी यही हश्र होता है.
मनीष तिवारी ने चीन, भारत और भूटान सीमाओं से जुड़े डोकलाम का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्हें डर है कि चीन और भूटान के बीच जल्द ही एक सीमा समझौता हो सकता है. हालांकि भूटान नरेश ने भारत को आश्वासन दिया है कि इस मुद्दे पर नई दिल्ली की संवदेनशीलता को ध्यान में रखा जाएगा. कांग्रेस नेता का कहना था कि पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर गतिरोध शुरू हुए तीन साल हो चुके है. सरकार को वरिष्ठ विपक्षी नेताओं को चीन के साथ हुई बातचीत के बारे में बताना चाहिए. साथ ही सरकार को विपक्ष को भरोसे में भी लेना चाहिए और अगर वह ऐसा करती है तो इससे सरकार मजबूत ही होगी.