कोलकाता: भारतीय सेना में पाकिस्तानी नागरिक! हुगली के मगरा के रहने वाले बिष्णु चौधरी ने इस तरह के गंभीर आरोपों के साथ कलकत्ता उच्च न्यायालय (Calcutta High Court) का दरवाजा खटखटाया. मंगलवार को मामले की सुनवाई में सीआईडी को शिकायत दर्ज करने और प्रारंभिक जांच करने को कहा गया है. इसके अलावा, न्यायमूर्ति राजशेखर मंथा ने केंद्र, सीबीआई, अर्धसैनिक बल, जीओसी पूर्वी कमान को मामले में पक्षकार बनाने का आदेश दिया. आरोप है कि भारतीय सेना में पैसे के बदले इस तरह की अवैध भर्ती हो रही है.
दायर याचिका में ये आरोप :बिष्णु चौधरी की ओर से दायर मामले में, उनके परिचित दो व्यक्ति महेश चौधरी और राजू गुप्ता वर्तमान में भारतीय सेना में सेवारत हैं. सेना के ये दोनों जवान कथित तौर पर 6-8 लाख रुपये के बदले फर्जी दस्तावेज बनाकर कर्मियों की भर्ती कर रहे हैं. इस तरह जयकांत कुमार और प्रद्युम्न कुमार नाम के दो पाकिस्तानी नागरिकों को भारतीय सेना में भर्ती किया गया. मामले में जिक्र है कि उन दोनों पाकिस्तानी नागरिकों का असली नाम कोई नहीं जानता.
याचिकाकर्ता बिष्णु चौधरी ने कोर्ट को बताया कि 6-8 लाख रुपये के बदले फर्जी निवास प्रमाण पत्र, पुलिस सत्यापन प्रमाण पत्र और पार्षदों से प्रमाण पत्र बनवाये जा रहे हैं. इस मामले में आरोप है कि जिन लोगों को ये सर्टिफिकेट दिए जा रहे हैं, उनकी पुष्टि नहीं की जा रही है कि वे भारतीय हैं या नहीं. जयकांत कुमार और प्रद्युम्न कुमार को कथित तौर पर बैरकपुर से भर्ती किया गया था.
हालांकि, याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि भारत के अन्य राज्यों से भी पैसे के बदले जाली दस्तावेजों के साथ भारतीय सेना में शामिल होने के मामले सामने आए हैं. उन्होंने अदालत को बताया कि उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में भारतीय सेना भर्ती परीक्षा के 'कट-ऑफ मार्क्स' काफी अधिक हैं. उसकी तुलना में पश्चिम बंगाल में 'कट ऑफ मार्क्स' काफी कम हैं. आरोप है कि महेश चौधरी और राजू गुप्ता अवैध तरीके से भारतीय सेना में भर्ती कर रहे हैं. और इस तरह दो पाकिस्तानी नागरिकों को भारतीय सेना में जगह मिली है.