अभिषेक बनर्जी की कंपनियों पर ईडी की कार्रवाई, कलकत्ता हाईकोर्ट में दिया जवाब
Abhishek properties seize: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कलकत्ता हाईकोर्ट को बताया कि टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी की 8 संपत्तियों को जब्त कर लिया गया. इस संबंध में ईडी द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट की जांच के बाद हाईकोर्ट आज फिर से इस मामले पर सुनवाई करेगा.
कोलकाता: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कलकत्ता हाईकोर्ट में एक रिपोर्ट पेश की है और कहा है कि अभिषेक बनर्जी की कंपनी लीप्स एंड बाउंड्स की आठ संपत्तियों को जब्त कर लिया गया है. ईडी का अनुमान है कि यह करीब 7.5 करोड़ रुपये की संपत्ति हैं. ईडी के वकील ने मंगलवार को जस्टिस अमृता सिन्हा की अदालत में यह जानकारी दी.
लीप एंड बाउंड्स मामले में सीबीआई और ईडी ने जस्टिस अमृता सिन्हा की एकल पीठ को अलग-अलग जांच रिपोर्ट सौंपी है. जज रिपोर्ट की जांच के बाद बुधवार को दोबारा मामले की सुनवाई करेंगे. हालांकि, न्यायाधीश ने ईडी के संयुक्त निदेशक और ईएसआई अस्पताल के एक वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी को बुधवार को अदालत में पेश होने का आदेश दिया.
सीबीआई के वकील बिल्वादल भट्टाचार्य ने बंद लिफाफे में सौंपी गई रिपोर्ट के बारे में अदालत को जानकारी दी. सीबीआई को प्रारंभिक जांच में पता चला कि भर्ती के सभी पहलुओं में भ्रष्टाचार हुआ है. एस बसु रॉय एंड कंपनी 2022 तक एक चार्टर्ड अकाउंट फर्म थी. फिर अचानक उन्हें ओएमआर शीट तैयार करने की जिम्मेदारी मिल गई! इससे केंद्रीय एजेंसी हैरान रह गई.
2012 में कई अन्य संस्थाओं को ओएमआर शीट तैयार करने का अनुभव होने के बावजूद यह कार्य नहीं दिया गया. 2014 में कोई और निविदा नहीं बुलाई गई. प्राथमिक शिक्षा बोर्ड ने अभ्यर्थियों के पंजीकरण के लिए एक पोर्टल खोला जो पूरी तरह से अवैध है. यह प्रक्रिया बिना किसी कानूनी प्रक्रिया का पालन किए की गई है. यह पूरी तरह से अज्ञात है कि इसे किसके द्वारा या किसके कहने से इसे नष्ट किया गया था.
वकील ने दावा किया कि आरटीआई का जवाब देने के लिए उन्होंने एस बसु रॉय और कंपनी बोर्ड से चर्चा की होगी और ओएमआर शीट की स्कैन की हुई कॉपी दिखाई होगी. उन्होंने यह भी कहा कि अयान शील अब जेल में है. सीबीआई के वकील ने कहा कि भले ही उससे पूछताछ से कई अहम जानकारियां सामने आई हैं, लेकिन ये सारी बातें कोर्ट रूम में नहीं बताई जा सकतीं. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में पूरे मामले का जिक्र किया गया है.
सीबीआई के वकील ने कहा, 'जिसने भी ओएमआर बनाया, मार्क्स दिए, सब कुछ किया. ऐसा लगता है कि यह सब बच्चों का खेल है. जो कुछ भी किया गया है.' वहीं, ईडी के वकील धीरज त्रिवेदी ने कहा कि कंपनी की कुल आठ संपत्तियों को जब्त कर लिया गया है. जहां अनुमान है कि करीब 7.5 करोड़ रुपये की संपत्ति है. ईडी को आशंका है कि वहां से भर्ती को लेकर भ्रष्टाचार से जुड़ी कई जानकारियां सामने आएगी.