नई दिल्ली:कैबिनेट सचिव राजीव गौबा (cabinet secretary Rajiv Gauba) की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (NCMC) ने शुक्रवार को बंगाल की खाड़ी के ऊपर संभावित चक्रवाती तूफान से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की. एनसीएमसी ने केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों के साथ-साथ राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेशों की तैयारियों के बारे में जानकारी ली.
बैठक के दौरान गौबा ने कहा कि राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेशों के संबंधित अधिकारियों और संबंधित केंद्रीय एजेंसियों द्वारा एहतियाती उपाय किए जाने चाहिए. गौबा ने कहा, 'इसका उद्देश्य जानमाल के नुकसान को शून्य पर रखना और बिजली और दूरसंचार जैसी संपत्ति और बुनियादी ढांचे को नुकसान को बचाना है. बुनियादी ढांचे को नुकसान होने की स्थिति में इसे कम से कम समय में बहाल किया जाना चाहिए.'
कैबिनेट सचिव ने कहा कि समुद्र में मछली पकड़ने गए मछुआरों को वापस बुलाया जाना चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि तूफान से पहले कमजोर क्षेत्रों के लोगों को अच्छी तरह से निकाला जाए. गौबा ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आश्वासन दिया कि सभी केंद्रीय एजेंसियां तैयार हैं और सहायता के लिए उपलब्ध रहेंगी.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने समिति को बंगाल की खाड़ी में मौसम के वर्तमान हालात के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि तूफान के उत्तर की ओर बढ़ने और 24 अक्टूबर को चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है.