श्रीनगर :कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत एक बार फिर चर्चाओं में हैं. 'बारिश कंट्रोल ऐप' बयान के बाद उनका एक नया बयान सामने आया है. जिसमें वो गांवों में घास की दुकान खोलने की बात कह रहे हैं, जिस पर महिलाएं खूब ठहाके लगा रही हैं. इससे पहले भी धन सिंह रावत गाय को लेकर भी बयान दे चुके हैं. जिसमें उन्होंने गायों के सोने के लिए गद्दे लगवाने की बात भी कही थी. जिसके बाद उनकी जमकर ट्रोलिंग हुई.
दरअसल, कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत अपने बयान के कारण एक बार फिर से हंसी का पात्र बन गए हैं. इससे पूर्व भी मंत्री धन सिंह रावत 'बादलों को ऐप के जरिये आगे पीछे करने' का बयान देकर ट्रोल हो चुके हैं. श्रीनगर में मंत्री धन सिंह रावत ने एक बार फिर से बेतुका बयान दिया है. जिसमें मंत्री ये कहते नजर आ रहे हैं कि हर गांव में एक घास की दुकान खोली जाएगी. पहले भी उन्होंने एक अजीबोगरीब बयान दिया था कि वो प्रदेश की गायों को सोने के लिए गद्दे भी लगवाने जा रहे हैं. जिससे गायों को आराम मिले और वे ज्यादा दूध भी दे सकें.
कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत फिर सुर्खियों में. ये भी पढ़ेंःमंत्री धन सिंह रावत का अजीबोगरीब बयान, बोले- एप से बारिश कम-ज्यादा, आगे-पीछे कर सकते हैं
वहीं, मंत्री धन सिंह रावत ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि गांव में जो भी महिलाएं घास काटती हैं, अब सरकार उनको पैक घास देगी, जैसे गैस सिलेंडर और राशन देते हैं, वैसे ही गांवों में घास की दुकान खोली जाएगी. जब उन्होंने ये बात कही तो उनके सामने बैठी महिलाएं भी अपनी हंसी नहीं रोक पाईं. साथ ही मंत्री ने कहा कि सभी को 20 किलो हरा चारा मिलेगा.
उन्होंने कहा कि हरा चारा देहरादून से लाया जाएगा, जिसका भाड़ा सरकार देगी. तीन रुपए प्रति किलो के हिसाब से घास दिया जाएगा, ऐसे में 50 रुपए में दो दिन का घास मिल जाएगा. उन्होंने कहा कि इस समय घास काटने की एक दिन की दिहाड़ी 250 रुपए है. पूरे दिनभर घास काटने के बाद एक गडोली ले आते हैं, जिसमें पतरोला, वन विभाग आदि का डर रहता है. मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि घसियारी कल्याण योजना राज्य के पर्वतीय क्षेत्र की महिलाओं के सिर का बोझ कम करने का काम करेगी.
वहीं, मंत्री धन सिंह रावत का कहना है कि इसे देखते हुए सरकार ने मुख्यमंत्री घसियारी कल्याण योजना 30 अक्टूबर को लॉन्च कर रही है. 20-20 किलो का पैक्ड घास सभी को मिलेगा. घसियारी किट में 1500 रुपए का सामान रखा गया है. जिसमें दो कुदाल, दो दराती, पानी की बोतल और खाने का टिफिन शामिल है.
क्या है घसियारी कल्याण योजना :घसियारी कल्याण योजना के तहत उत्तराखंड में गांवों में 7771 सहकारी केंद्रों पर कम दरों पर चारा बिक्री की व्यवस्था की जाएगी. यह केंद्र तमाम गांवों के संपर्क क्षेत्र में स्थित हैं. इससे महिलाओं को अपने घरों के नजदीक ही हरा चारा मिल सकेगा और पशुओं के लिए चारा आसानी से उपलब्ध हो सकेगा. महीने के अंत में उत्तराखंड पहुंच रहे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह प्रदेश सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को लॉन्च करेंगे.
पहले चरण में राज्य के चार जिलों- पौड़ी, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा और चंपावत में मुख्यमंत्री घसियारी योजना शुरू की जाएगी. योजना के तहत पशुपालकों को पशुआहार (साइलेज) के 25 से 30 किलो के वैक्यूम पैक्ड बैग उपलब्ध कराए जाएंगे. ये साइलेज बैग रियायती दर पर उपलब्ध कराए जाएंगे. हरा चारा, मक्का दाना व सूखे भूसे से तैयार यह साइलेज पौष्टिक एवं स्वाथ्यवर्धक होगा. इससे दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार के साथ ही दुग्ध उत्पादन में 15 से 20 फीसद तक बढ़ोत्तरी होगी. योजना के लागू होने से पशुओं के लिए चारा जुटाने के लिए महिलाओं के सिर से बोझ कम होगा और उनके समय व श्रम की बचत होगी.