गांधीनगर: अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे काे लेकर पैदा हुई अराजक स्थिति के बीच भारत ने वहां से अपने नागरिकाें काे तेजी के साथ निकालना शुरू कर दिया है. काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां खराब होते सुरक्षा हालात के मद्देनजर भारत वहां से अपने राजदूत और भारतीय दूतावास के अपने कर्मियों को एक सैन्य विमान से मंगलवार को स्वदेश वापस ले आया.
ताजा खबर के मुताबिक, C-17 IAF की उड़ान काबुल से ITBP जवानों, भारतीय अधिकारियाें और नागरिकों काे लेकर गुजरात के जामनगर में उतर चुकी है.
भारतीय वायुसेना का विमान 100 से अधिक लोगों को लेकर गुजरात के जामनगर में उतरा है.
एक अधिकारी ने बताया कि सी-19 विमान दोपहर 12 बजे से ठीक पहले जामनगर में भारतीय वायुसेना अड्डे पर उतरा. काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान की राजधानी में पैदा हुए मौजूदा हालात के मद्देनजर आपात स्थिति में लोगों को वहां से निकाले जाने के तहत विमान ने भारतीय कर्मियों को लेकर काबुल से उड़ान भरी थी.
भारत की सरजमीं पर उतरते ही नागरिकाें ने राहत की सांस ली. भारत की ओर से अभी फिर से अन्य उड़ान रवाना कर दी गई है. सूत्राें की मानें ताे वहां फंसे भारतीयाें नागरिकाें काे काबुल एयरपाेर्ट पहुंचने के लिए कहा गया है जिससे कि दूसरी उड़ान से उन्हें लाया जा सके.
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अधिकारी ने बताया कि सी-17 विमान में सवार यात्रियों के विमान से उतरने पर वहां मौजूद लोगों ने उनका स्वागत किया.
अफगानिस्तान में भारत के राजदूत रुद्रेंद्र टंडन ने जामनगर में पत्रकारों से कहा कि काबुल में हालात बेहद खराब हैं और वहां फंसे भारतीयों को वाणिज्यिक उड़ान सेवा शुरू होने के बाद वापस लाया जाएगा.
उन्होंने कहा, 'सुरक्षित रूप से देश वापस आकर खुश हूं. हमारा बहुत बड़ा दूतावास है. दूतावास में हमारे 192 कर्मी हैं जिन्हें दो चरणों में बहुत ही व्यवस्थित तरीके से तीन दिन के भीतर अफगानिस्तान से वापस लाया गया है.'