जालौन :पहली बारिश में ही योगी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का कुछ हिस्सा धंस गया. इस एक्सप्रेसवे का पीएम मोदी ने 16 जुलाई को जालौन के कैथेरी गांव में इसका उद्घाटन किया था. पीएम द्वारा उद्घाटन के बाद बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे आम जनता के लिए खोल दिया गया.
इस एक्सप्रेसवे के गुणवत्ता की पोल पहली बारिश ने ही खोल दी है. बुधवार को हूई बारिश के कारण बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का हिस्सा कई स्थानों पर बैठ गया. सड़क पर कई जगहों पर 2 से 3 फुट गहरे कई गड्ढे हो गए हैं. क्षतिग्रस्त सड़क के कारण बुधवार की रात में ही कई हादसे हो गए, जिसमें 4 गाड़ियों सहित एक बाइक दुर्घटनाग्रस्त हुई है. इसके अलावा कई यात्री घायल भी हुए हैं.
पीएम मोदी ने 16 जुलाई को उद्घाटन किया था. अखिलेश यादव ने क्षतिग्रस्त एक्सप्रेसवे का वीडियो शेयर कर सरकार को घेरा
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के क्षतिग्रस्त होने की खबर चर्चा में आते ही विपक्षी दलों को मौका मिल गया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने क्षतिग्रस्त एक्सप्रेसवे का वीडियो शेयर करते हुए यूपी सरकार और बीजेपी पर निशाना साधा है. अखिलेश यादव ने ट्विटर पर लिखा कि " ये है भाजपा के आधे-अधूरे विकास की गुणवत्ता का नमूना… उधर बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का बड़े लोगों ने उद्घाटन किया ही था कि इधर एक हफ़्ते में ही इस पर भ्रष्टाचार के बड़े-बड़े गड्ढे निकल आए। अच्छा हुआ इस पर रनवे नहीं बना। "
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने पहले भी किया था बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को लेकर ट्वीट
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को लेकर यूपी और बीजेपी सरकार पर निशाना साधा था. अखिलेश ने ट्वीट पर लिखा था कि आधे-अधूरे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के उद्घाटन की हड़बड़ी बताती है कि इसका डिजाइन भी ऐसे ही चलताऊ बना है, तभी डिफेंस कॉरिडोर के पास होने के बाद भी यहां बीजेपी सरकार, सपा काल में बने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे जैसी हवाई पट्टी नहीं बना पाई. इसे चित्रकूट तक विकसित न करना दूरदृष्टि की कमी है. अखिलेश बीजेपी पर हमलावर होते हुए बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का एक वीडियो भी पोस्ट किया था.
सीएम योगी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के उद्घाटन का दिन बताया था 'ऐतिहासिक'
जालौन में एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के मौके पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने इसे विकास का एक्सप्रेसवे बताया था. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक नया आयाम प्रदान करेगा. वहीं उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से चित्रकूट से दिल्ली की दूरी तो 3-4 घंटे कम हुई ही है, लेकिन इसका लाभ इससे भी कहीं ज्यादा है. ये एक्सप्रेस वे यहां सिर्फ वाहनों को गति नहीं देगा, बल्कि ये पूरे बुंदेलखंड की औद्योगिक प्रगति को गति देगा. प्रदेश सरकार का दावा है कि एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ इंडस्ट्रियल एरिया विकसित किया जाएगा. इसके लिए जालौन और बांदा को इंडस्ट्रियल हब की तर्ज़ पर बनाया जाएगा. इस कारण बुंदेलखंड का न सिर्फ आर्थिक विकास होगा बल्कि रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. बता दें उत्तरप्रदेश के बुंदेलखंड इलाके से सर्वाधिक पलायन होता रहा है.
गौरतलब है कि योगी सरकार ने बुंदलेखंड एक्सप्रेसवे को चित्रकूट से इटावा तक 296 किलोमीटर लंबे प्रोजेक्ट को 14,800 करोड़ की लागत से बनाया गया है. इसको यूपीडा के सीईओ अवनीश अवस्थी ने उच्च क्वालिटी का बताया था, लेकिन इसकी क्वालिटी की पोल जालौन-औरौया क्षेत्र में बुधवार को हुई मूसलाधार बारिश ने खोलकर रख दी है. बारिश के कारण इस एक्सप्रेसवे पर 2 से 3 फुट गहरे गड्ढे हो गए हैं. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने कहा था कि 28 माह में इस एक्सप्रेस भी को बनाया गया है और इसे उच्च क्वालिटी का बनाकर यूपी सरकार ने यह साबित कर दिया है कि कोई भी काम ईमानदारी से किया जाए तो वह है गुणवत्ता परख जरूर होगा.
पीएम मोदी के इस बयान की सच्चाई पहली बारिश में ही पता चल गई. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को 6 पैकेज में बांटा गया है और जालौन औरैया के निर्माण क्षेत्र में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लिए गावर कंपनी चयनित की गई थी. जिस स्थान पर सड़क धसी है, वह पैकेज-6 के तहत बनाई गई है. यह रोड बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के 195 किलोमीटर के संकेतक बिंदु से कुछ दूरी पर धसी है. रोड के क्षतिग्रस्त होने के कारण इसको बंद कर दिया गया है. टूटी-रोड की मदद करने के लिए जेसीबी मशीन से खुदाई की जा रही है.
इसे पढ़ें- बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर आवागमन शुरू, चित्रकूट से दिल्ली सिर्फ 6 घंटे में