करनाल: राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल (national dairy research institute) में पशु वैज्ञानिक रोजाना नए-नए प्रयोग करते रहते हैं. कभी पशुओं को संगीत सुनाने का प्रयोग, तो कभी उन्हें इंसानों की तरह जिम करवाने का. सुनकर आपको भी शायद थोड़ा अजीब लगा होगा, कि पशु आखिर जिम या फिर यू कहें की व्यायाम कैसे कर सकते हैं? अगर पशु व्यायाम करेंगे तो उससे क्या फायदा होगा? इन्हीं सब सवालों का जवाब दिया है पशु वैज्ञानिक डॉक्टर पवन सिंह ने.
डॉक्टर पवन सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल में सांडों के लिए व्यायामशाला (bull gym in karnal) बनाई है. जिसमें रोजाना सांडों को व्यायाम करवाया जाता है, ताकि इंसानों की तरह सांडों के शरीर को भी एक्सरसाइज के जरिए स्वस्थ रखा जा सके. इस प्रयोग में वैज्ञानिकों ने पाया कि सांड एक्सरसाइज के जरिए ज्यादा एक्टिव रहते हैं. व्यायाम करने से सांडों का शरीर सुडौल रहता ही है. दूसरा वो काफी एक्टिव रहते हैं. जिससे कि उनसे सीमन भी अच्छी क्वालिटी का मिलता है.
हरियाणा में खुला ऐसा जिम, जहां सांड करते हैं कसरत, वैज्ञानिकों ने बताई ये खास वजह पशु वैज्ञानिक डॉक्टर पवन सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल (national dairy research institute) में इस समय 120 सांड हैं. इनमें से 70 सीमन कलेक्शन में रहते हैं. रोजाना 10 बुल का सीमन कलेक्शन किया जाता है. सीमन कलेक्शन से पहले करीब पौना घंटा इन्हें एक्सरसाइज करवाई जाती है. डॉक्टर पवन सिंह ने बताया कि एक्सरसाइज करने से शरीर सुडौल रहता है और सांड एक्टिव रहता है. इससे सांड सीमन जल्दी देता है और उसकी गुणवत्ता भी अच्छी क्वालिटी की होती है.
एक्सरसाइज से सांड सीमन जल्दी देता है और उसकी गुणवत्ता भी अच्छी क्वालिटी की होती है. उन्होंने कहा कि जो फील्ड में किसानों के लिए काफी फायदेमंद होती है. डॉक्टर पवन ने बताया कि एक्सरसाइज करने के बाद सांड को आराम करने में आनंद आता है. उन्होंने कहा कि पशु एक्सरसाइज को बड़ी मस्ती के साथ करते (Gym for bulls in NDRI KARNAL) हैं. रोजाना सुबह 6 से 7 बजे के बीच सांडो को एक्सरसाइज करवाई जाती है. एक्सरसाइज करने का वक्त 30 से 45 मिनट तक का होता है. डॉक्टर पवन के मुताबिक जैसे मनुष्य के लिए व्यायाम जरूरी है. वैसे ही पशुओं के लिए भी व्यायाम जरूरी है.
एक्सरसाइज करने से सांड का शरीर सुडौल रहता है और सांड एक्टिव रहता है. डॉक्टर पवन के मुताबिक संस्थान (national dairy research institute) में सांडों की एक्सरसाइज के लिए एक यंत्र लगाया गया है. जिसमें एक मोटर लगी हुई है. जो सांड़ों को घूमती रहती है. जिसमें सांड लगातार घूमते रहते हैं. जैसे ट्रेन को ओ(O) के ट्रैक पर चलाया जाए. सांडो के बीच थोड़ी दूरी रखी जाती है, ताकि वो आपस में लड़ाई ना करे. इस एक्सरसाइज से पशु तनाव मुक्त रहते हैं. जिन्हें बाद में अलग-अलग कमरों में रखा जाता है. जहां ये 10 से 12 घंटे आराम करते हैं. जिससे वो एक्टिव रहते हैं.