जयपुर:राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र बुधवार से शुरू हो रहा है. इस सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना है क्योंकि मुख्य विपक्षी दल भाजपा किसानों, युवाओं और कानून व्यवस्था समेत कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की योजना बना रही है. विधानसभा सूत्रों के अनुसार, राज्य की 15वीं विधानसभा का सातवां सत्र बुधवार पूर्वाह्न 11 बजे राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू होगा.
उल्लेखनीय है कि विधानसभा का यह सत्र ऐसे समय शुरू हो रहा है जब राज्य की कांग्रेस सरकार राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा-2021 (रीट) के पेपर लीक प्रकरण को लेकर मुख्य विपक्षी दल भाजपा के निशाने पर है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट सत्र से ठीक पहले सोमवार को 'रीट लेवल-2' परीक्षा रद्द कर युवाओं को राहत दी है. हालांकि भाजपा मामले की सीबीआई जांच की मांग पर अड़ी है. इसके अलावा भाजपा, किसानों की कर्ज माफी व कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों को लेकर भी सरकार को घेरने की योजना बना रही है.
बजट सत्र में तैयारियों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक दल की बैठक मंगलवार को विधानसभा परिसर में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की अध्यक्षता में हुई. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित अन्य विधायक शामिल हुए.
पार्टी प्रवक्ता के अनुसार, बैठक में विधानसभा में उठाए जाने वाले मुद्दों व पार्टी की रणनीति पर चर्चा हुई. कटारिया ने कहा कि इस बार का सत्र पहले की तुलना में हंगामेदार रहेगा क्योंकि सरकार राज्य में महिलाओं पर अत्याचार और बलात्कार की घटनाओं को रोकने तथा संविदा कर्मचारियों के मुद्दों का हल करने में विफल रही है. बैठक में यह भी तय किया गया कि विधायक प्रतिदिन बैठक करेंगे और सदन में उठाए जाने वाले मुद्दों पर फैसला करेंगे.
राजस्थान विधानसभा बजट सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना - Rajasthan Legislative Assembly
राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र हंगामेदार रहने की संभावना है क्योंकि मुख्य विपक्षी दल भाजपा किसानों, युवाओं और कानून व्यवस्था समेत कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की योजना बना रही है.
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वहीं, बजट सत्र से पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस व उसके समर्थक विधायकों का तीन दिवसीय चिंतन शिविर एक होटल में हुआ. इसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पार्टी के प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने विधायकों से संवाद किया और मार्गनिर्देशन दिया. मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा, दो दिन का संवाद अच्छा रहा और बहुत अच्छे ढंग से बातें हुई हैं. सबने खुलकर अपनी-अपनी बात कही है और मैं समझता हूं कि ऐसे चिंतन शिविर होते रहने चाहिए.
(पीटीआई-भाषा)