भोपाल। बीटेक छात्र निशांक राठौर मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी को मृतक के मोबाइल और लैपटॉप से कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. पुलिस जांच में पता चला है कि छात्र ने अलग-अलग इंस्टेंट मोबाइल एप से करीबन 19 लाख रुपए उधार लिए थे. हालांकि बाद में छात्र ने यह रकम चुका भी दी, लेकिन इस दौरान इंस्टेंट मोबाइल एप के बदमाशों ने मृतक छात्र के मोबाइल को हैक कर कांटेंट नंबर, फोटो और वीडियो निकाल लिए थे.
बीटेक छात्र निशांक राठौर की मौत छात्र काफी दबाव में था :बदमाशों द्वारा मोबाइल से निकाले गए फोटो और वीडियो को एडिट कर छात्र को अश्लील वीडियो और फोटो भेजकर लगातार पैसे दिए जाने का दवाब बनाया जा रहा था. बताया जा रहा है कि ऐसे ही कुछ फोटोग्राफ मृतक के परिजजों को भी भेजे गए थे. इसको लेकर छात्र काफी दवाब में था. उधर, होशंगाबाद आईजी दीपिका सूरी के मुताबिक मामले का जल्द खुलासा किया जाएगा.
ये सवाल अभी भी बाकी :मामले में ऐसे कई सवाल हैं, जिसको लेकर पुलिस को अभी भी जवाब की तलाश है. पुलिस मामले को आत्महत्या बता रही है, लेकिन इसमें भी कई सवाल हैं. सवाल उठ रहा है कि यदि छात्र ने आत्महत्या की तो ट्रेन के सामने आकर सुसाइड के बाद भी उसके शरीर पर खरोंच के निशान क्यों नहीं हैं. जबकि आमतौर पर ऐसे मामलों में शरीर पर कई जगह निशान आते हैं. परिजन सवाल उठा रहे हैं कि यदि छात्र ने आत्महत्या की तो फिर उसके मोबाइल से धार्मिक मैसेज किसने किया. हालांकि पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मामले की जांच जारी है और पूरे मामले में तमाम पहलुओं की जांच की जा रही है.
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एप जब भी डाउनलोड सतर्क रहें :उधर, भोपाल उपायुक्त सचिन अतुलकर के मुताबिक इस तरह के एप को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही हैं. इस तरह के एप जब भी डाउनलोड करते हैं तो यह मोबाइल में कांटेंट और गैलरी का एक्सेस मांगते हैं. इसे ओके करते ही मोबाइल की तमाम जानकारी उन तक पहुंच जाती है. ऐसे एप को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है. (BTech student Nishank Rathore case) (Harassed by Chinese instant loan app) (Edited and sent obscene photos)