लखनऊ :लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर बसपा अब आक्रामक मूड में आ गई है. वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती के बाद पार्टी के अन्य बड़े नेता भी भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसके अलावा अब वे हर मंच से किसानों के मुद्दे को उठा रहे हैं. बसपा प्रवक्ता सुधींद्र भदौरिया ने लखीमपुर हिंसा पर तल्ख टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि घटना में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे की संलिप्तता है. ऐसे में निष्पक्ष जांच की उम्मीद कम है. सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में घटना की जांच की जाए. तभी पीड़ित परिवार को न्याय मिल सकेगा.
दरअसल, लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के बाद से ही कांग्रेस और सपा की सक्रियता देखते बन रही है. ये दोनों ही पार्टियां भाजपा पर निशाना साधने के साथ ही अब हर मोर्चे पर किसानों संग हो रहे अत्याचार के मुद्दों को उठा रही हैं. सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की गिरफ्तारी हो चुकी है तो कांग्रेस के प्रमुख नेता राहुल-प्रियंका भी अब किसानों की मौत पर यूपी से लेकर केंद्र तक लगातार आवाज बुलंद किए हुए हैं.
वहीं, 2022 में यूपी में विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में अब सूबे की सभी सियासी पार्टियां इस मुद्दे को अपने सियासी नफा-नुकसान से जोड़कर देख रही हैं. यही कारण है कि एक के बाद एक सभी पार्टियों ने अब भाजपा को उक्त मामले में घेरना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में अब बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा लखीमपुर जाने पर अड़ गए हैं.