नई दिल्ली :भारत-बांग्लादेश सीमा पर ड्रग्स, हथियार और गोला-बारूद के साथ-साथ मवेशियों की तस्करी लगातार जारी है. इस बीच सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने 4096.70 किलोमीटर लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर अपनी गश्त तेज कर दी है. नई दिल्ली में ईटीवी भारत से बात करते हुए, सीमा सुरक्षा एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर ड्रग्स, मवेशियों के साथ-साथ हथियार और गोला-बारूद की तस्करी, सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक प्रमुख चिंता का विषय बन गई है. हालांकि, तस्कर और असामाजिक तत्व अपने कारोबार के लिए महत्वपूर्ण इलाके और सीमा का लाभ उठाते हैं.
ईटीवी भारत के पास मौजूद सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2020 से अप्रैल 2022 तक भारत-बांग्लादेश सीमा से कुल 43732.795 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किया गया है. अधिकांश मादक पदार्थ त्रिपुरा सीमा (26130.080 किलो) के बाद असम (8796.948 किलो), दक्षिण बंगाल (5396.175 किलो), उत्तर बंगाल (2360.682 किलो), मिजोरम और कछार 773.568 किलो) और मेघालय (275.342 किलो) से जब्त की गई हैं.
जहां तक हथियारों और गोला-बारूद की जब्ती का सवाल है, बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा की सभी सीमाओं से कुल 9706 हथियार और गोला-बारूद जब्त किया है. हथियारों और गोला-बारूद की बड़ी खेप 2020 में मिजोरम और कछार सीमा पर मिले थे, जब सीमा सुरक्षा एजेंसी ने 31 हथियार और 7894 गोला-बारूद जब्त किए. इस साल जनवरी से 30 अप्रैल तक, मेघालय सीमा से 794 गोला-बारूद और दो हथियार, मिजोरम और कछार सीमा से 193 गोला-बारूद और तीन हथियार, दक्षिण बंगाल से 12 गोला-बारूद और चार हथियार जब्त किए गए, त्रिपुरा सीमा से एक हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया था.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2020 से 2022 तक भारत-बांग्लादेश सीमा पर मवेशी तस्करी के 62,835 मामले भी सामने आए. इसी अवधि के दौरान बीएसएफ के गुवाहाटी फ्रंटियर द्वारा पशु तस्करी के अधिकांश मामले (30,090) दर्ज किए गए थे.