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पंजाब : 2022 में BSF ने पाक घुसपैठियों को मार गिराया, 22 ड्रोन पकड़े और 316 किलो ड्रग्स की जब्त

बीएसएफ ने साल 2022 में पंजाब सीमा पर कड़ी चौकसी करते हुए 22 ड्रोन को पकड़ने के अलावा दो घुसपैठियों को ढेर कर दिया. साथ ही 316 किलोग्राम ड्रग्स को भी जब्त करने में सफलता प्राप्त की.

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Published : Dec 31, 2022, 3:31 PM IST

BSF caught 22 drones in a year
बीएसएफ ने सालभर में 22 ड्रोन पकड़े

नई दिल्ली : पंजाब बार्डर पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने वर्ष 2022 में सीमा पार से भेजे गए 22 ड्रोनों को पकड़ा. इसके अलावा दो पाकिस्तानी घुसपैठियों को मार गिराने के साथ ही 316 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त किया.

इस बारे में बीएसएफ ने एक बयान में कहा, बीएसएफ के सैनिकों ने अत्यधिक सतर्कता बनाए रखते हुए 22 ड्रोनों का पता लगाया और उन्हें पकड़ लिया. इसी क्रम में 316.988 किलोग्राम हेरोइन, 67 हथियार, 850 राउंड गोलियां जब्त करने के साथ ही दो घुसपैठियों को ढेर कर दिया. वहीं पाकिस्तान घुसपैठियों और विभिन्न घटनाओं में 23 पाकिस्तानी नागरिकों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की.

सुरक्षा बलों ने आगे कहा कि मानवीय दृष्टिकोण प्रदर्शित करते हुए बीएसएफ ने अनजाने में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने वाले नौ पाकिस्तानी नागरिकों को पाकिस्तान रेंजर्स को सौंप दिया. बता दें कि पंजाब में 553 किलोमीटर लंबी और कठिन भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा की जिम्मेवारी बीएसएफ के द्वारा संभाली जाती है. साथ ही बीएसएफ के 58वें स्थापना दिवस के अवसर पर पहली बार औपचारिक बीएसएफ स्थापना दिवस परेड का आयोजन अमृतसर के गुरु नानक देव विश्वविद्यालय में पारंपरिक माहौल में किया गया.

इस दौरान बताया गया कि बीएसएफ के द्वारा पंजाब फ्रंटियर पर पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की रक्षा कर रहा है और सभी हितधारकों के साथ सक्रिय संचार और समन्वय बनाए रखते हुए पाकिस्तान के साथ पंजाब की अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा के लिए अपना प्रयास जारी रखेगा. इतना ही नहीं बीएसएफ एक सीमा रक्षक बल होने के नाते सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की देखभाल भी करता है और उनकी भलाई के लिए विभिन्न नागरिक कार्रवाई कार्यक्रम आयोजित करता है. इसके अंतर्गत मुफ्त चिकित्सा शिविर, कौशल विकास प्रशिक्षण, खेल टूर्नामेंट और सांस्कृतिक गतिविधियां शामिल हैं.

जय जवान जय किसान की भावना से सीमावर्ती किसानों की सहायता करने और उनकी समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए संबंधित कंपनी कमांडरों द्वारा नियमित रूप से किसानों के साथ बैठकें की जा रही हैं और उनकी समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया जाता है. साथ ही यह सुनिश्चित किया जाता है कि इन बैठकों का पहले पर्याप्त प्रचार-प्रसार किया जाए जिससे अधिक से अधिक किसान इन बैठकों में भाग ले सकें.

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(ANI)

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