नई दिल्ली : पूर्व दिल्ली पुलिस आयुक्त भीम सेन बस्सी को पुडुचेरी के उपराज्यपाल की जिम्मेदारी देने पर विचार किया जा रहा है. हालांकि इस पर सरकार काफी एहतियात के साथ कदम उठाएगी. सूत्रों ने बुधवार को यह जानकार दी.
पूर्व शीर्ष पुलिस अधिकारी किरण बेदी को इस साल 16 फरवरी को अचानक पुडुचेरी के उपराज्यपाल के पद से हटा दिया गया था, जिसके बाद से यह पद खाली है. संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) में बस्सी का पांच साल का कार्यकाल 28 फरवरी को समाप्त होगा.
यूपीएससी सदस्य के तौर पर शामिल होने से पहले बस्सी अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेशों (एजीएमयूटी) कैडर के 1977 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं.
उन्होंने अगस्त 2013 से फरवरी 2016 तक दिल्ली पुलिस का नेतृत्व किया था. बस्सी के कार्यकाल के दौरान उनका अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) के साथ कई मुद्दों पर विवाद भी देखने को मिला था.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को देशद्रोही बयानबाजी के मुद्दे पर गिरफ्तारी के बाद भी बस्सी को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था.
सूत्रों ने कहा कि बस्सी को मौजूदा दिल्ली के उपराज्यपाल, अनिल बैजल की जगह लेने के कयास भी लगाए गए, मगर ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है. क्योंकि दिल्ली पुलिस के वर्तमान आयुक्त 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी एसएन श्रीवास्तव के साथ उनके अच्छे संबंध नहीं रहे हैं.
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बेदी को इस साल 16 फरवरी को अचानक पुडुचेरी के उपराज्यपाल के पद से हटा दिया गया था, और तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन को केंद्र शासित प्रदेश का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था.
देश की पहली महिला आईपीएस अधिकारी और 2015 में दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार