हैदराबाद: तेलंगाना यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स (टीयूडब्ल्यूजे) की एक बैठक को संबोधित करते हुए, भारत राष्ट्र समिति एमएलसी कविता कलवकुंतला ने कहा कि अगर किसी राजनीतिक दल के पास अखबार है, तो उसे इसे स्वीकार करना चाहिए. बैठक में बोलते हुए, जिसमें भारतीय पत्रकार संघ (IUJ) के कई प्रतिनिधियों ने भाग लिया, कविता ने स्वीकार किया कि उनकी पार्टी 'नमस्ते तेलंगाना' नामक एक समाचार पत्र चलाती है, जो उनकी पार्टी की विचारधारा को जनता तक पहुंचाने में मदद करता है.
उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ स्थानीय दैनिक, जो अपने राजनीतिक झुकाव पर सफाई नहीं देते हैं, तेलंगाना के हितों के खिलाफ जाने वाली खबरें चलाते हैं. उन्होंने कहा, 'ये अखबार हमेशा सरकार के कामकाज में खामियां ढूंढते रहते हैं और तेलंगाना को बदनाम करने के लिए इसे अपने पहले पन्ने पर प्रकाशित करते हैं. यदि किसी राजनीतिक दल के पास समाचार पत्र है, तो उन्हें इसे स्वीकार करना चाहिए. वे उपदेश कुछ देते हैं और छापते कुछ और हैं.'
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 9 सालों में खुली प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित नहीं किया और न ही किसी पत्रकार ने कभी उनसे इस पर सवाल किया. उन्होंने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री चुने हुए साक्षात्कार देते हैं और केवल वही बताते हैं जो वे चाहते हैं. इस बीच, तेलंगाना के मुख्यमंत्री एक प्रेस मीट में कम से कम 300-350 पत्रकारों को संबोधित करते हैं और उनके सभी सवालों का जवाब देते हैं.'