कटिहार: भाई बहन के रिश्ते को सबसे पवित्र माना जाता है. भाई अपनी बहनों की रक्षा हर हाल में करते हैं. लेकिन कटिहार से सामने आई एक खबर ने भाई-बहन की रिश्ते की परिभाषा ही बदल कर रख दी. दरअसल पूरा मामला भूमि विवाद से जुड़ा है. बहन ने अपने भाई के मनसूबों को पूरा नहीं होने दिया तो निर्दयी भाई ने अपनी सगी बहन की बांधकर बुरी तरह से पिटाई कर दी. बहन के साथ भाई के अमानवीय व्यवहार का वीडियोसामने आया है.
पढ़ें- Jamui Mukhiya Viral Video: जमुई में मुखिया और उप मुखिया का डर्टी डांस, बार बालाएं भी लजाई
भाभी और भाई ने बहन को बांधकर पीटा:दरअसल पूरा मामला जिले के प्राणपुर थाना क्षेत्र का है. भूमि विवाद में भाई ने बहन की खूंटे से बांधकर जमकर धुनाई कर दी. बताया जाता है कि पीड़ित महिला का अपने भाई मोहन सिंह से भूमि विवाद चल रहा हैं. पीड़िता की मानें तो उसके भाई की बुरी नजर उसके हिस्से की जमीन पर थी.
"मेरा भाई बोलता है फांसी दे देंगे. मैंने कहा कि बाप के जमीन पर हम दोनों का हिस्सा है. मेरी मर्जी मैं अपना हिस्सा किसी को भी दे सकती हूं. मैंने भाई से कहा कि जमीन की नापी कर लो उसके बाद घर बनाया जाएगा. इतना ही बोलने पर हमें मारने लगा. भाई का नाम मोहन सिंह है. तीन कट्ठा जमीन है. बहुत मारा है. अपनी जमीन पर घर बनाता. नापी भी नहीं करा रहा. अमीन बुलाकर जमीन की मापी कराकर घर बनाओ बोलने पर भी नहीं किया. हमें धोखा दिया है."- पीड़ित बहन
बहन की जमीन पर करना चाहता था कब्जा:भूमि को लेकर भाई-बहन में आये दिन तू- तू , मैं-मैं हुआ करता था. इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद इस कदर बढ़ा कि भाई मोहन सिंह का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. आरोपी ने बांस के खूंटे से बांधकर बहन की जमकर पिटाई की. सोशल मीडिया पर पिटाई का वीडियो वायरल हो रहा है. वहीं पुलिस घटना की जानकारी होते ही मामले की जांच में जुट गई और दरिंदे भाई को गिरफ्तार कर लिया.
"फिलहाल पुलिस ने आरोपी भाई मोहन सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. पीड़िता के लिखित बयान पर भाई मोहन सिंह, भाभी टुको देवी समेत पांच आरोपियों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज किया गया है."- ओमप्रकाश,कटिहार सदर एसडीपीओ
ज्यादातर आपराधिक मामलों का कारण भूमि विवाद: बिहार की बड़ी समस्याओं मे से एक भूमि विवाद है. खुद सूबे के मुखिया नीतीश कुमार भी अपराध की बड़ी वजह इसे मान चुते हैं. बिहार में ज्यादातर अपराधों के पीछे का कारण भूमि स जुड़ा होता है. ऐसे में सरकार लगातार इस दिशा में काम कर रही है, लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद भूमि विवाद की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है.