आगराः ताजमहल देखने आए पर्यटकों के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. एक दलाल ने इस्तेमाल हो चुके टिकट ही पर्यटकों को बेच दी. यह खुलासा एंट्री गेट पर हुआ. जब पर्यटक ने टिकट री-सेलिंग करने वाले से शिकायत की तो उसने अभद्रता कर दी. मामला बढ़ा तो पर्यटन थाना पुलिस पहुंच गई. फिलहाल पर्यटक की शिकायत पर पुलिस ने दलालों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है.
मध्य प्रदेश के उज्जैन से 20 पर्यटकों का ग्रुप मंगलवार सुबह आगरा आया. उज्जैन निवासी पर्यटक राजेन्द्र सिंह ने बताया कि ग्रुप के साथ ताजमहल देखने जा रहे थे. तभी शिल्पग्राम रोड स्थित एक सितारा होटल के समीप हेमू नाम का व्यक्ति मिला. उसने ताजमहल की ऑनलाइन टिकट बुक करने की बात कही. हेमू शिल्पग्राम रोड स्थित एक पेठा स्टोर ले गया और उसने 20 टिकट दीं. प्रत्येक टिकट के 60 रुपये लिए. जबकि, ताजमहल की ऑनलाइन टिकट 45 रुपये की है.
दलालों ने पर्यटकों के साथ की धोखाधड़ी. पर्यटक राजेन्द्र सिंह ने बताया कि जब वे सब ताजमहल के पूर्वी गेट पर पहुंचे. यहां एंट्री के लिए टिकट चेकिंग में टिकट स्कैन किया तो तीन टिकट फर्जी निकले. इस पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) कर्मचारी ने फर्जी होने की जानकारी दी. कहा कि पहले ही तीनों टिकट से पर्यटक घूमने जा चुके हैं.
राजेंद्र ने बताया कि जब एएसआई कर्मचारी ने फर्जी टिकट की जानकारी दी तो वे घबरा गए. तत्काल शिल्पग्राम पार्किंग के पास पहुंचे और हेमू से कहा कि इस्तेमाल हो चुकी टिकट क्यों दीं. इस पर हेमू और शानू ने अभद्रता शुरू कर दी. सूचना पर पर्यटन पुलिस पहुंच गई. पुलिस ने उज्जैन निवासी राजेन्द्र सिंह की शिकायत पर हेमू निवासी धांधूपुरा और शानू के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा कर लिया है. पर्यटन थाना प्रभारी निरीक्षक रीना चौधरी ने बताया कि पर्यटक को इस्तेमाल की हुई टिकट बेचने का मामला सामने आया है. इस बारे में में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है.
इसे भी पढ़ें-आगरा में पारा 46 डिग्री सेल्सियस, तस्वीरों में देखें कैसे तप रहा ताज