टोरेंटो :यौन शक्ति को बढ़ाने और शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए वियाग्रा खाने वालों के लिए बुरी खबर है. वियाग्रा के कारण आंखों की रोशनी जा सकती है. इसके अलावा आंखों में काले धब्बे होने का खतरा बना रहता है. डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पाया है कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन के इलाज में इस्तेमाल किए जाने वाले वियाग्रा के उपयोग से आंखों को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है.
ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पाया है कि वियाग्रा के कारण जननांगों में रक्त के प्रवाह में वृद्धि हो सकती है मगर आंखों के ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत होती है. टीम ने पाया कि नपुंसकता दूर करने वाली अन्य दवाओं (Cialis, Levitra और Spedra) से भी आंखों की रोशनी जाने की आशंका 85 प्रतिशत बनी रहती है. लीड रिसर्चर डॉ माहयार एत्मिनन ने चेतावनी दी है कि इसके उपयोग से सिर्फ अमेरिका में ही 20 मिलियन लोग प्रभावित हो रहे है. उन्होंने सलाह दी है कि वियाग्रा के शौकीन लोग अगर अपनी नजर में कोई बदलाव का अनुभव करते हैं तो इसे गंभीरता से लेते हुए डॉक्टर से संपर्क करें.
ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि वियाग्रा को लेकर निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले 213,033 पुरुषों के इंश्योरेंस क्लेम रेकॉर्ड की स्टडी की गई. इनमें से 123,347 पुरुषों ने फाइजर की वियाग्रा के रूप में ब्रांडेड दवा सिल्डेनाफिल लिया था, जबकि 78,609 लोग तडालाफिल (Cialis) का सेवन कर रहे थे. 6,604 लोग रेगुलर वॉर्डनफिल (Levitra) और 4,473 पुरुष वानफिल (Spedra) खा रहे थे.