वाराणसी : साल 2023 की शुरुआत के साथ भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह विवादों में घिर गए. महिला पहलवानों ने उन पर यौन शोषण और धमकी का आरोप लगाकर सनसनी मचा दी थी. इसके बाद बृजभूषण शरण के हाथ से अध्यक्षपद की कुर्सी चली गई थी.भाजपा सांसद बृजभूषण ने अपने करीबी संजय सिंह को भारतीय कुश्ती संघ के नए अध्यक्ष का दावेदार बनाकर नया दांव खेला. संजय सिंह को जीत मिली तो यह कई मायने में बृजभूषण शरण सिंह की जीत मानी जाने लगी. इस बीच पहलवान साक्षी मलिक ने सांसद के करीबी को अध्यक्ष चुनने पर अपने रिटायरमेंट की घोषणा कर दी. वहीं पहलवान बजरंग पुनिया भी विरोध में दिल्ली पहुंच संसद के पास फुटपाथ पर अपना पद्म श्री छोड़ आए थे. रविवार को सरकार ने भारतीय कुश्ती संघ के निलंबन के साथ संजय सिंह को भी सस्पेंड कर दिया. ऐसे में अब संजय की नई रणनीति के साथ उनके भविष्य को लेकर भी कई सवाल खड़े होने लगे हैं.
कई सवालों के जबाव आने बाकी :सरकार ने भारतीय कुश्ती संघ के निलंबन के साथ WFI के नए अध्यक्ष को भी सस्पेंड कर दिया है. संजय सिंह के साथ ही खेल मंत्रालय ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की नई बॉडी को भी सस्पेंड कर दिया है. संजय के अध्यक्ष बनने के बाद ही कुश्ती खिलाड़ियों ने एक बार फिर से विरोध शुरू कर दिया था. इसके साथ ही साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने और बजरंग पुनिया ने पद्मश्री लौटाने का ऐलान कर दिया था. बिगड़ने माहौल को देखते हुए रविवार को खेल मंत्रालय ने बड़ा फैसला ले लिया. अब संजय सिंह के भविष्य को लेकर कई सवाल खड़े होने लगे हैं. कयास है कि वह सरकार के इस फैसले को सहजता से स्वीकार कर लेंगे, और अपने करीबी बृजभूषण से मिलकर नई रणनीति तैयार करेंगे, ये भी आशंका है कि बृजभूषण इस मामले को लेकर भाजपा शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर फिर से फैसले पर विचार करने की गुजारिश कर सकते हैं, सवाल कई हैं जिनके जवाब अभी मिलने बाकी हैं. फिलहाल एक चर्चा यह भी है संजय सिंह को बृजभूषण शरण सिंह से नजदीकी की कीमत चुकानी पड़ी है. सांसद ने डब्ल्यूएफआई चुनाव से पहले ही उन्हें अपना करीबी बता दिया था. इससे संजय सिंह के खिलाफ पहलवानों में विरोध का माहौल बनना शुरू हो गया.
संजय सिंह वाराणसी में परिवार के साथ रहते हैं :भारतीय कुश्ती संघ को लेकर ओलंपिक खिलाड़ियों का विरोध पिछले 11 महीनों से जारी है. ये खिलाड़ी संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर 21 दिसंबर को ही नए अध्यक्ष बने संजय सिंह के भी खिलाफ मोर्चा खोल दिया. संजय सिंह WFI में जॉइंट सेक्रेटरी भी थे. संजय कॉमनवेल्थ चैंपियन अनीता सिंह श्योराण को हराकर नए अध्यक्ष बने थे. इस पर बृजभूषण के बेटे ने कहा था कि कुश्ती संघ पर हमारा दबदबा पहले था और आगे भी रहेगा.