हल्द्वानी: नैनीताल जिले के लालकुआं कोतवाली (Haldwani Lalkuan Kotwali) क्षेत्र के संजय नगर क्षेत्र में दूल्हे के अरमानों पर तब पानी फिर गया जब ऐन वक्त पर दुल्हन ने निकाह करने से इनकार (bride refused marry) कर दिया. जब कलमा पढ़ने के लिए दूल्हें को ले जाया गया तब दुल्हन की बहन ने दूल्हे की उम्र और उसके पैरों में तकलीफ होने की बात कहते हुए निकाह के रस्मों को रुकवा दिया. जिसके बाद काफी देर तक हंगामा चलता रहा. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस (Lalkuan Kotwali Police) ने हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर वापस भेजा. जहां बारात बिना दुल्हन के वापस लौट गई.
निकाह से पहले दूल्हे के बारे में पता चली ये सच्चाई, बिना दुल्हन के ही लौटी बारात
उत्तराखंड के नैनीताल जिले के संजय नगर क्षेत्र एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर लोग हैरान हो गए. दरअसल, यहां दूल्हें को ले जाकर मौलवी जब निकाह के लिए कलमा पढ़ने की तैयारी कर रहे थे. तभी दुल्हन की बहन ने दूल्हे की उम्र और उसके पैरों में तकलीफ होने की बात कहते हुए निकाह के रस्मों को रुकवा दिया.
गौर हो कि नैनीताल जिले के लालकुआं कोतवाली के संजय नगर क्षेत्र (Lalkuan Sanjay Nagar Area) में एक युवती की बारात लालकुआं अंबेडकर बारात घर (Lalkuan Ambedkar Barat ghar) में शनिवार को बरेली से पहुंची. जहां परिवार वालों ने बारातियों की खूब खातिरदारी की. बारातियों ने जमकर नाश्ता और खाना खाया, जिसके बाद मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार निकाह की रस्में शुरू हुईं. इस दौरान जब कलमा पढ़ने के लिए दूल्हें को ले जाया गया, तब दुल्हन की बहन ने दूल्हे की उम्र और उसके पैरों में तकलीफ होने की बात कहते हुए निकाह के रस्मों को रुकवा दिया. जिसके बाद काफी देर तक हंगामा चलता रहा. कुछ देर बाद जब दुल्हन को बुलाया गया तो दुल्हन ने भी निकाह करने से इनकार कर दिया.
दुल्हन के परिजनों ने आरोप लगाया कि दूल्हे की उम्र दुल्हन से काफी अधिक है और उसके पैरों में तकलीफ भी है, जिसके चलते वो ये निकाह नहीं करेंगे. काफी देर हंगामा होता रहा. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह से मामला शांत कराया. दूल्हे के परिवार वालों का आरोप है कि दुल्हन पक्ष के लोग उसके घर पर कई बार आकर दूल्हे को देख गए थे. लेकिन आज निकाह करने से मना कर कर रहे हैं, ऐसे में उनकी समाज में बदनामी हो रही है. काफी देर तक हुए हंगामे के बाद पुलिस ने हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर वापस भेजा. जहां बारात बिना दुल्हन के वापस लौट गई.