पलवल: नूंह हिंसा के बाद रविवार को पलवल जिले के पोंडरी गांव में हिंदू संगठनों ने सर्व जातीय महापंचायत की. ब्रजमंडल यात्रा को फिर से शुरू करने के मुद्दे पर इस महापंचायत का आयोजन किया गया. महापंचायत में फैसला किया गया कि बृजमंडल शोभायात्रा 28 अगस्त को दोबारा निकली जाएगी. इसके साथ ही सरकार से मांग की गई कि हिंसा की जांच एनआईए को सौंपी जाए.
ये भी पढ़ें- VHP Brajmandal Yatra In Nuh: गुरुग्राम पुलिस की चेतावनी- बिना अनुमति जुलूस निकाला तो होगी सख्त कार्रवाई
हिंसा पीड़ितों के मुआवजे की मांग: महापंचायत में फैसला किया गया कि नूंह हिंसा में जितने भी लोग मारे गए हैं, उनके परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए. घायलों को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाए. आरएएफ या किसी अन्य एजेंसी का स्थाई मुख्यालय नूंह में स्थापित किया जाए. हथियारों के लाइसेंस बनवाने के लिए विशेष रियायत दी जाए.
महापंचायत में फैसला किया गया कि हिंसा के दौरान गाड़ी जली, मकान-दुकान में तोड़फोड़ और आगजनी का आकलन कर पूरा मुआवजा दिया जाए. इस सर्व जातीय महापंचायत में पलवल, गुरुग्राम और आसपास के जिलों से लोगों ने हिस्सा लिया. ये महापंचायत सर्व हिंदू समाज के बैनर तले हुई. जिसमें विश्व हिंदू परिषद समेत हिंदू संगठनों ने भी हिस्सा लिया. सोहना से बीजेपी विधायक संजय सिंह ने महापंचायत में हिस्सा लिया.
महापंचायत की अध्यक्षता अरुण जैलदार ने की. खास बात ये रही कि जुनैद-नासिर हत्याकांड मामले में राजस्थान पुलिस की चार्जशीट में शामिल बजरंग दल और गौरक्षा दल से जुड़े आचार्य आजाद भी इस महापंचायत में शामिल हुए. पहले ये महापंचायत मूल रूप से नूंह जिले के किरा गांव में आयोजित करने की योजना थी, लेकिन मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी.
पलवल पुलिस उप अधीक्षक संदीप मोर ने रविवार को कहा कि पलवल में कार्यक्रम की अनुमति दे दी गई है. पोंडरी गांव को इस महापंचायत के लिए चुना गया है. जोकि पलवल और नूंह के पास है. संदीप मोर ने कहा कि पलवल में सभा की अनुमति दी गई है. अगर कोई किसी भी नफरत भरा भाषण देता है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. महापंचायत शुरू होने से कुछ देर पहले, गुरुग्राम के वीएचपी नेता देवेंद्र सिंह ने दावा किया कि पहले हमले के बाद नूंह में 28 अगस्त को यात्रा फिर से शुरू होगी.
ये भी पढ़ें- ब्रजमंडल यात्रा में मोनू मानेसर नहीं था शामिल, उसका नाम किसी भी FIR में नहीं- एसपी नरेंद्र सिंह
बता दें कि 31 जुलाई 2023 को नूंह में ब्रजमंडल यात्रा निकाली जा रही थी. इस दौरान दो समुदाय आमने-सामने हो गए. जिसके बाद हिंसा भड़क उठी. 50 से ज्यादा वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. दो होमगार्ड के जवानों के समेत 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 से ज्यादा लोग घायल हुए. हिंसा में अभी तक नूंह जिले में 59 एफआईआर दर्ज हो चुकी है. इसके अलावा 227 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.