दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

Karnataka: हिंदू त्योहारों पर आयोजित मेलों में मुस्लिम व्यापारियों का बहिष्कार

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ (Dakshina Kannada of Karnataka) में हिंदू धार्मिक स्थलों पर आयोजित होने वाले मेलों में मुस्लिम व्यापारियों के बहिष्कार का मामला सामने आया है. यह मुद्दा तब सामने आया, जब हिंदू त्योहारों के दौरान (Muslim traders during Hindu festivals) मुस्लिम व्यापारियों को दुकानें लगाने की अनुमति नहीं दी गई.

Karnataka
कर्नाटक

By

Published : Mar 23, 2022, 4:03 PM IST

मंगलुरू: इस समय कर्नाटक के कई जिलों सहित दक्षिण कन्नड़ के हिस्से में हिंदुओं के त्योहार और मेले चल रहे हैं. इन मेलों में गैर-हिंदू व्यापारियों के प्रवेश को रोकने के लिए मंदिरों के सामने बैनर लगाए गए हैं. सूचना है कि मंगलुरू में श्रीमंगला देवी मंदिर, बप्पनडु दुर्गापरमेश्वरी मंदिर, कटिपल्ला गणेशपुरा श्रीमहागणपति मंदिर और पुत्तूर श्री महालिंगेश्वर मंदिर में मुस्लिम व्यापारियों को व्यापार करने की अनुमति नहीं दी जा रही है.

मीडिया से बात करते हुए मंगलुरू पुलिस कमिश्नर एन शशिकुमार (Mangaluru Police Commissioner N Sasikumar) ने कहा कि मैंने मंदिर प्रशासन बोर्ड और तहसीलदार से इस संबंध में बात की गई है. पुलिस कमिश्नर ने यह भी कहा कि हम लगाये गये बैनरों की जांच करेंगे. अगर मंदिर प्रशासन शिकायत दर्ज कराता है तो हम इस पर कानूनी कार्रवाई भी करेंगे.

कांग्रेस ने किया विरोध
राज्य में कांग्रेस के मुस्लिम प्रतिनिधियों ने मेलों में मुस्लिम व्यापारियों के बहिष्कार की कड़ी निंदा की है. विधान सौधा में मीडिया से बात करते हुए पूर्व मंत्री व विधायक यूटी खादर, विधायक रिजवान अरशद और विधान परिषद सदस्य सलीम अहमद ने मुसलमान व्यापारियों पर प्रतिबंध की कड़ी निंदा की है. वहीं कांग्रेस विधायकों ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाने का फैसला किया है. विधायक रिजवान अरशद ने बताया कि अध्यक्ष कार्यालय को भी शून्यकाल में प्रस्ताव देने का नोटिस दिया गया है.

क्या है प्राथमिक कारण
जानकारी के अनुसार हिजाब मुद्दे पर कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले का मुस्लिम समुदाय लगातार विरोध कर रहा है. इसी विरोध के तहत कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में रहने वाले मुसलमानों द्वारा 17 मार्च को अपनी दुकानें बंद कर विरोध दर्ज कराया गया था. अब मंदिरों की ओर से यह प्रतिक्रिया इसके बाद सामने आई है. हालांकि जिला प्रशासन मामले पर कुछ भी साफ कहने से बच रहा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details