कांकेर पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा कांकेर :चारामा थाना अंतर्गत कोरर-भानुप्रतापपुर मार्ग में रायपुर से अपने बच्चों का इलाज करवा कर पखांजूर लौट रहे पीव्ही 42 निवासी सामीरन सिकदार की कार सीजी 19 बीसी 3458 रात 11 बजे चावड़ी गांव के पास जलती हुई मिली थी. पेड़ से टकराने के बाद कार को भीषण आग लग गई. जिससे कार जलकर खाक हो गई. भानुप्रतापपुर जा रहे राहगीर ने कार जलते हुए देखकर पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. लेकिन तब तक कार पूरी तरह जल चुकी थी.
कार में नहीं मिले मानव अंग के अवशेष : आशंका जताई जा रही थी कि कार सवार सामीरन सिकदार उनकी पत्नी जया सिकदार, पुत्र दीप सिकदार और पुत्री कृतिका सिकदार, जिसकी उम्र महज चार वर्ष की है, उनकी कार में लगी आग में जलकर मौत हो गई है. लेकिन गुरूवार सुबह कांकेर फॉरेंसिक टीम ने कार की जांच की. कार की जांच करने पर कार से मानव अवशेष नहीं मिले. जिससे उनके लापता होने की बात सामने आई और पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की.
रायपुर से जांच करने पहुंची थी फॉरेंसिक टीम :गुरूवार सुबह कार की फारेंंसिक टीम ने जांच की थी. जांच में कार के अंदर मानव अवशेष नहीं होने की बात सामने आई थी. कार में कार चालक सामीरन सिकदार और जया सिकदार के मोबाइल फोन के अवशेष मिले थे. वहीं कार सवार चार लोगों के लापता होने की बात सामने आई. शुक्रवार को फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम रायपुर से पहुंची. डेढ़ घंटे तक कार की जांच कर कार की राख रायपुर लैब में जांच के लिए लेकर गए. रायपुर फॉरेंसिक टीम ने बताया कि कार में मानव अवशेष नहीं मिले हैं.
ये भी पढ़ें- कार में लगी भीषण आग पूरा परिवार लापता
डॉग स्क्वॉड की भी ली जा रही मदद : घटना के दूसरे दिन से डॉग स्क्वॉड की मदद ली जा रही है. शुक्रवार को डॉग स्क्वॉड की टीम घटना स्थल जांच करने पहुंची थी. कार सवार लोगों के कपड़े मंगाए गए, जिसके बाद जांच शुरू की गई. डाग स्क्वॉड घटना स्थल से जांच करते हुए 50 मीटर दूर तिराहे तक पहुंच वापस हो जा रहा था. जिससे ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि परिवार किसी और गाड़ी से मौके से निकला है.
नए खुलासे से मचा हड़कंप: शनिवार को इस पूरे मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. धमतरी पुलिस को मिले सुराग के मुताबिक धमतरी शहर के बस स्टैंड स्थित आशियाना लॉज में इस परिवार के ठहरने की खबर सामने आई है. पुलिस की जांच में पता चला है कि समीरन सिकदार उसकी पत्नी और दो बच्चों ने 1 मार्च की रात करीब 8 बज कर 45 मिनट पर होटल आशियाना में चेकिंग किया था. इसके बाद अगले दिन 2 मार्च की सुबह 11 बजे बजे चेक आउट किया था.
समीरन सीकदार और उनकी पत्नी के आधार कार्ड की फोटो कॉपी भी लॉज संचालक के पास मौजूद है. साथ ही रजिस्टर में भी उनके आने और जाने का समय दर्ज है अब सवाल ये उठता है कि अगर परिवार लॉज में ठहरा हुआ था तो कार चारामा कौन ले गया और वह कैसे जल गई और अब यह परिवार कहां है इसका जवाब तो पुलिस की तफ्तीश पूरे होने के बाद मिलेगा. पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है. इस मामले में आशियाना लॉज के संचालक ने बताया कि समीरन सिकदार का परिवार उनके होटल में 1 मार्च को 8:45 बजे चेकइन किये है वहीं दूसरे दिन 2 मार्च को 11 बजे चेक आउट किये हैं. उनके परिवार का डॉक्यूमेंट उनके होटल में जमा किया गया था.