नई दिल्ली : 2024 से पहले माहौल बनाने को लेकर विपक्ष जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन कर रहा है, तो तैयारी में बीजेपी भी जुट गई है. आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों और कार्यक्रमों की रुपरेखा तय करने के लिए शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की दो दिवसीय बैठक पार्टी के केंद्रीय कार्यालय (विस्तार) में हुई. बैठक में पीएम मोदी भी मौजूद थे. सूत्रों के मुताबिक सात घंटे तक चली मैराथन बैठक में कहा गया कि पार्टी मोदी की गारंटी शब्द को लेकर ही मैदान में उतरेगी. इसके अलावा केंद्र की परियोजनाओं को लोगों तक पहुंचाने की बात होने के साथ ही राज्य के प्रभारियों से भी समीक्षा की गई. बैठक में भाजपा 2024 लोकसभा चुनाव के लिए के एजेंडे तय कर लेना चाहती है. बैठक में 160 कमजोर सीटों पर भी चर्चा करने के साथ ही वहां से प्रत्याशियों के नामों को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया.
बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने पहला विषय रखा कि लोकसभा चुनाव में 10 प्रतिशत वोट बढ़ाने के लिए बूथ स्तर पर काम करना है. इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि हमारी योजनाएं गरीब, युवा, किसान और महिलाओं तक सही तरीक़े से पहुंच जाएंगी तो इससे हमें वोट बढ़ाने में काफ़ी सहायता मिलेगी. इसके लिए जिन राज्यों में भारत विकसित यात्राएं निकल रही हैं उन पर फ़ोकस किया जाए. इसके अलावा नए मतदाताओं को यूपीए सरकार और एनडीए सरकार के अंतर समझाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए.
बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र निर्धारित अवधि से एक दिन पहले समाप्त होने के अगले ही दिन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा की अध्यक्षता में यह बैठक हुई. दो दिवसीय बैठक में 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर चर्चा की जानी है. सूत्रों ने बताया कि बैठक में पार्टी के विभिन्न मोर्चों और राज्य इकाइयों ने अपनी मौजूदा संगठनात्मक गतिविधियों का ब्योरा साझा किया. उनके मुताबिक लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की ओर से इन मोर्चों व राज्य इकाइयों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाएंगे.