नगराकटा : तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं सांसद अभिषेक बनर्जी ने भाजपा के नारे 'दोहरे इंजन वाली सरकार' (केंद्र और राज्य में एक ही पार्टी की सरकार) की शनिवार को आलोचना की. उन्होंने कहा कि भगवा दल सार्वजनिक धन हड़पने के लिए यह व्यवस्था चाहता है.
तृणमूल की युवा शाखा के अध्यक्ष और डायमंड हॉर्बर सीट से सांसद बनर्जी ने यह भी दावा किया कि यह नारा इस बात को भी साबित करता है कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पश्चिम बंगाल की मदद नहीं कर रही है, क्योंकि वह राज्य में सत्ता में नहीं है.
भाजपा नेता यह तर्क देते हुए दोहरे इंजन वाली सरकार के नारे लगा रहे हैं कि संभवत: अप्रैल-मई में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत से पश्चिम बंगाल के विकास में तेजी आएगी, क्योंकि केंद्र में भी उसी की सरकार है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे बनर्जी ने उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के नगराकटा में एक रैली में कहा, भाजपा कह रही है कि वह राज्य में दोहरे इंजन वाली सरकार चाहती है. वे राज्य में दोहरे इंजन वाली सरकार क्यों चाहते हैं? ताकि वे आमजन का धन लूट सकें और बच निकलें.
अभिषेक बनर्जी ने कहा, उन्होंने (भाजपा ने) बंगाल के लिए कुछ नहीं किया, क्योंकि यहां दोहरे इंजन वाली सरकार नहीं है. यह भाजपा सरकार का चरित्र है. वे गैर भाजपा शासित राज्यों के लिए कुछ नहीं करते.
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बनर्जी ने कहा कि भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में हर नागरिक को 15-15 लाख रुपये देने का वादा किया था, लेकिन लोगों को पिछले सात साल में एक भी पैसा नहीं मिला. अब वे राज्य के लोगों, किसानों को यह कहकर रिश्वत देने की कोशिश कर रहे हैं कि यदि वे सत्ता में आते हैं, तो उन्हें 18-18 हजार रुपये दिए जाएंगे. यह आम आदमी को बेवकूफ बनाने की एक और कोशिश है.
भाजपा कह रही है कि राज्य में यदि वह सत्ता में आती है, तो वह प्रधानमंत्री-किसान योजना के तहत राज्य के हर किसान को 18-18 हजार रुपये देगी. उन्होंने तृणमूल के नए चुनावी नारे- बांग्ला निजेर मेयेकेई चाये (बंगाल अपनी बेटी को चाहता है) का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बंगाल की बेटी के रूप में पेश किया.
उन्होंने कहा, हम दिल्ली में बैठे लोगों के आगे सभी सिर नहीं झुकाएंगे. बंगाल के लोग अपनी बेटी ममता बनर्जी पर पूरा भरोसा दिखाएंगे.