नई दिल्ली : असम और बंगाल में पहले दो चरणों में जहां-जहां चुनाव होने जा रहे हैं, भाजपा ने उन सीटों पर उम्मीदवारों की सूची लगभग तैयार कर ली है और चार मार्च को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उस पर आखिरी मुहर लग सकती है. उम्मीदवारों की स्क्रीनिंग के लिए भाजपा की बंगाल कोर कमेटी की बैठक मंगलवार को हुई.
पार्टी के अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि कोशिश ये हो रही है कि जिन लोगों के नाम फाइनल लिस्ट में नहीं होंगे, उन्हें बुला कर भरोसा दिया जाएगा कि अगर चुनाव के बाद भाजपा की सरकार बनी, तो पार्टी उन्हें महत्वपूर्ण पदों पर बैठाएगी. ऐसा कह कर उनसे ये भरोसा भी लिया जाएगा कि जिन उम्मीदवारों को टिकट मिले हैं, वे अपने-अपने क्षेत्रों में उनकी पूरी मदद करें और चुनाव जिताएं.
हालांकि, भाजपा जैसी कैडर बेस्ड पार्टियों में नाराजगी को किनारे रखकर पार्टी के लिए मेहनत करने की परंपरा रही है, लेकिन पार्टी अपने उन कार्यकर्ताओं को किसी भी कीमत पर खोना नहीं चाहती, जिन्होंने बरसों से पार्टी के लिए इन दोनों राज्यों में काम किया है.
उम्मीदवारों को लेकर समझौता नहीं करना चाहती भाजपा
सही उम्मीदवारों के चयन पर भाजपा किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करना चाहती और शायद इसीलिए पार्टी ने हर सीट पर 2-2 बार सर्वे करवाए हैं. इन सर्वेक्षणों में से हर सीट के लिए 3-3 प्रत्याशियों के नाम तय कर केंद्रीय चुनाव समिति में भेजे जाएंगे और चुनाव समिति में मौजूद प्रधानमंत्री समेत सभी वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा कर, एक नाम पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी.
पार्टी के अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि इनमें मौजूदा विधायकों के नाम को तरजीह दी जाएगी.