नई दिल्ली: भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अध्यक्षीय भाषण देते हुए भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने देश भर से आये पार्टी नेताओं का आह्वान करते हुए कहा कि 2023 का यह वर्ष भाजपा के लिए बहुत जरूरी है. 2023 में देश के नौ राज्यों में विधान सभा चुनाव होना है पार्टी को एक भी राज्य में हारना नहीं है. नड्डा के अध्यक्षीय भाषण की जानकारी देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में पार्टी के सभी नेताओं को कमर कसकर 2023 में होने वाले नौ राज्यों के विधान सभा और 2024 के लोक सभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाने का आह्वान किया.
प्रसाद ने आगे बताया कि कार्यकारिणी बैठक में नड्डा ने गुजरात के चुनावी नतीजों को अभूतपूर्व और ऐतिहासिक बताते हुए बाकी प्रदेशों को इससे सीखने की नसीहत दी. हिमाचल प्रदेश में मिली हार का जिक्र करते हुए नड्डा ने कहा कि हिमाचल में रिवाज बदलना था, लेकिन हम नहीं बदल पाए. इससे पहले के चुनावों में हार का अंतर 5 प्रतिशत के बराबर हुआ करता था लेकिन इस बार भाजपा एक प्रतिशत से भी कम के अंतर से हारी है. कांग्रेस और भाजपा के बीच सिर्फ 37 हजार वोटों का ही अंतर रहा.
प्रसाद ने बताया कि इससे पहले की बैठक में प्रधानमंत्री ने कमजोर बूथों की पहचान करने का आह्वान किया था. जिसके बाद पार्टी ने देशभर में 72 हजार कमजोर बूथों की पहचान की थी. लेकिन पार्टी एक लाख तीस हजार बूथों पर पहुंच गईं है, जिन पर पार्टी को मजबूत करने पर काम किया जा रहा है. नड्डा ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 15 अगस्त को लालकिले पर बताए गए पांच प्रण का जिक्र भी किया.
इस दौरान उन्होंने कहा कि आज भारत की उपलब्धियों की चर्चा पूरी दुनिया कर रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई की तारीफ कर रहे हैं तो वहीं रूसी राष्ट्रपति पुतिन भारत की स्वतंत्र विदेश नीति की तारीफ कर रहे हैं. नड्डा ने कहा कि रूस यूक्रेन लड़ाई को आधे दिन के लिए रोका गया था, ताकि 32 हजार भारतीय छात्रों को वहां से सकुशल निकाला जा सके.