नई दिल्ली :भाजपा सांसद सुब्रत पाठक (BJP MP Subrata Pathak) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर धार्मिक जनगणना की मांग की है. इसके बारे में ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि आजादी के बाद हिंदुओं की जनसंख्या घटी है, जबकि मुस्लिमों की आबादी काफी बढ़ी है, जिसमें अवैध घुसपैठ भी शामिल है. इसलिए देश में धार्मिक जनगणना की जरूरत है, ताकि ये पता चल सके कि अल्पसंख्यक वाकई में अल्पसंख्यक रह गए हैं या नहीं.
देश के गृह मंत्री अमित शाह के नाम पत्र में भाजपा सांसद ने लिखा है कि जाति जनगणना से पहले सरकार धार्मिक जनगणना करवाए ताकि हिंदू, बौद्ध, मुस्लिम, सिख, जैन आदि की सही संख्या पता चल सके. इस पत्र में ये भी मांग की गई है कि अगर मुस्लिमों की जनसंख्या अधिक पाई जाए तो उनका अल्पसंख्यक का दर्जा वापस लिया जाए.
बीजेपी सांसद ने चिट्ठी के माध्यम से गृह मंत्री को लिखा है कि आंकड़ों के अनुसार 1947 में हुए भारत के विभाजन के समय अल्पसंख्यकों की आबादी लगभग 7 प्रतिशत थी, जिसमें मुस्लिम, ईसाई, सिख, बौद्ध, पारसी, जैन संप्रदाय के लोग भी थे. इसके अलावा 93 प्रतिशत हिंदू थे, जिनमें अगड़ी, पिछड़ी, अनुसूचित जाति और जन जाति के लोग शामिल थे, जिनकी देशभर में सैकड़ों-हजारों जातियां होंगी.