नई दिल्ली : महुआ मोइत्रा मामले पर एथिक्स कमेटी, सीबीआई और दिल्ली हाईकोर्ट तीनों जांच कर रही है. तीनों संस्थानों के पास यह मैटर रखा गया है. जाहिर है, सबके दायरे अलग-अलग हैं. लेकिन सबके सामने एक ही सवाल है, क्या महुआ मोइत्रा ने अडाणी से संबंधित सवाल पूछने के लिए किसी से पैसे लिए थे या नहीं. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे का आरोप है कि महुआ ने कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से पैसे लिए हैं. उनके अनुसार ये आरोप महुआ मोइत्रा के दोस्त अनंत देहाद्रई ने लगाए हैं.
इस बीच वरिष्ठ वकील और भाजपा नेता व सांसद महेश जेठमलानी ने एक महत्वपूर्ण सवाल उठाया है. उन्होंने एक्स सोशल मीडिया पर पूरे मामले को लेकर एक गंभीर टिप्पणी की है. जेठमलानी ने कहा कि एक ओर जहां पर सबका ध्यान देहाद्रई की शिकायत पर केंद्रित है, वहीं दूसरी ओर इससे भी अधिक गंभीर सवाल है, जिस पर अब तक किसी का ध्यान नहीं गया है.
उन्होंने कहा कि हिंडेनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में उन शिकायतों का उल्लेख किया जिसे महुआ मोइत्रा ने कथित तौर पर उठाया था. महेश जेठमलानी ने लिखा है कि ऐसे में बहुत ही गंभीर सवाल उठते हैं कि कहीं महुआ मोइत्रा और हिंडनबर्ग ने मिलकर अडाणी समूह के खिलाफ किसी दूसरे उद्योगपति या किसी अन्य राजनीतिक पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए तो ऐसा नहीं किया है ? क्या दोनों के बीच मिलीभगत तो नहीं है ?
वरिष्ठ वकील ने कहा कि कुछ राजनीतिक पार्टियां और कुछ उद्योगपति अडाणी ग्रुप के खिलाफ हैं, इसलिए बहुत संभव है कि ऐसा हो सकता है. इसलिए पूरे मामले की पड़ताल इस एंगल से होनी चाहिए.
जेठमलानी ने कहा कि यह कोई छोटा मामला नहीं है. उनके अनुसार हिंडनबर्ग रिपोर्ट की वजह से लाखों आम निवेशकों के पैसे डूब गए. इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में जिस कमेटी का गठन किया है, उसे इस नजरिए से भी तथ्यों को देखना चाहिए, कि इसके पीछे कहीं कोई खेल तो नहीं चल रहा है, या नहीं तो जो पीआईएल कोर्ट के सामने है, उसे इस पर विचार करना चाहिए.
लॉगिन-पासवर्ड शेयर करना राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा - इस बीच भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने फिर से महुआ मोइत्रा पर सवाल उठाए हैं. दुबे ने कहा कि एक दिन पहले गुरुवार को महुआ ने एथिक्स कमेटी को लेकर भी सवाल उठाए थे. लेकिन सच्चाई कुछ और है. दुबे ने कहा कि एक बार जब महुआ ने लॉगिन-पासवर्ड शेयर कर दिया, तो फिर उस व्यक्ति के पास संसद की कई गोपनीय जानकारियां उन तक पहुंच जाती हैं. लिहाजा, यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा सवाल है.
एथिक्स कमेटी पर क्या कहा महुआ ने -
क्या थी हिंडेनबर्ग रिपोर्ट- 24 जनवरी 2023 को हिंडेनबर्ग ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी. यह रिपोर्ट अडाणी समूह पर केंद्रित थी. रिपोर्ट में अडाणी की कंपनियों के शेयरों में गड़बड़ी के आरोप लगाए गए थे. हिंडनबर्ग फर्म एक शॉर्ट सेलर फर्म है. इस रिपोर्ट के पहले गौतम अडाणी दुनिया के टॉप चार सबसे धनी आदमियों में शुमार हो गए थे. लेकिन रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद कंपनी के शेयरों में हाहाकार मच गया. अडाणी धनी आदमियों की लिस्ट में नीचे खिसक गए. उनकी कंपनियों के शेयर भाव में 85 फीसदी तक की गिरावट आ गई. इस रिपोर्ट में कहा गया था कि अडाणी की सात प्रमुख कंपनियां ओवरवैल्यूड हैं.
महुआ और हीरानंदानी मामला - टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के पुराने दोस्त अनंत देहाद्रई ने आरोप लगाया है कि महुआ हीरानंदानी से गिफ्ट लेती थीं. उनके अनुसार महुआ ने संसद की लॉगिन और पासवर्ड दर्शन को दिए थे. इसे ही आधार बनाकर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने संसद की एथिक्स कमेटी को शिकायत की. कमेटी के सामने निशिकांत दुबे ने अपनी गवाही दे दी है. महुआ मोइत्रा भी पेश हुई थीं, लेकिन उन्होंने कमेटी पर 'चीरहरण' करने का आरोप लगा दिया. शिकायत में बताया गया है कि हीरानंदानी ने अडाणी के खिलाफ सवाल पूछे थे, क्योंकि हीरानंदानी को अडाणी ने कई टेंडर में हराया था.
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