बहराइच : सांसद और पूर्व कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में अयोध्या में पांच जून को संतों द्वारा महारैली का आह्वान किया गया है. इसकी तैयारी को लेकर बहराइच पहुंचे सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने एक बार फिर उन पर लगे आरोपों को पूरी तरह निराधार बताया. साथ ही कहा कि ऐसे कानून का दुरुपयोग हो रहा है. कुछ लोग इसे हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं.
भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने बताया कि 18 जनवरी को पहली बार कुछ बच्चे इस मांग के साथ धरने पर बैठे थे कि अध्यक्ष का इस्तीफा चाहिए. लेकिन, शाम में जब हम पहुंचे तो आरोप यौन उत्पीड़न में बदल गया. जिसको लेकर दो जांच कमेटी बनी. लेकिन, मैं कहता हूं कि यौन उत्पीड़न कब हुआ, कहां हुआ. अगर एक भी आरोप साबित हुआ तो मैं स्वयं फांसी पर लटक जाऊंगा. इन खिलाड़ियों ने खेल मंत्रालय की जांच का भरोसा नहीं किया. ओलंपिक संघ की जांच का भरोसा भी नहीं किया.
सांसद ने बजरंग पुनिया पर लगाए आरोपःसांसद ने कहा, मैंने एक कैसेट कमेटी को दिया, जिसमें बजरंग पुनिया ने कहा है कि एक लड़की दे दो चाहे जैसे, जो आरोप लगा सके और एक नाबालिग लड़की खोज कर ले आए. लेकिन, पुलिस ने आरोप में कोई दम नहीं देखा. फिर यह लोग सुप्रीम कोर्ट चले गए. कोर्ट ने कहा, FIR लिखने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए. फिर लिख गई. लेकिन, यह लोग धीरे-धीर दिल्ली पुलिस पर भी सवाल उठाने लगे.
पहलवानों के धरने में राजनीतिक दल के नेता क्या कर रहेःउन्होंने कहा कि इस तरह के कानूनों का अब दुरुपयोग हो रहा है. अगर आपके पास कोई सबूत है तो जाकर पुलिस को दो, इनके पास कहानी के अलावा कुछ नहीं है. उनके पास ना ही कोई ऑडियो है और ना ही कोई वीडियो, ना कोई बंद कमरे की बात, जो भी बात है सरेआम मैदान किए हैं. यह लोग देश का माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे हैं. उनके धरने में आम आदमी पार्टी का क्या काम, कांग्रेस का क्या काम, किसान नेताओं का क्या काम और दिल्ली यूनिवर्सिटी के टुकड़े टुकड़े गैंग का क्या काम.