हैदराबाद :तेलंगाना विधानमंडल (परिषद तथा विधानसभा) का बजट सत्र (Telangana Budget Sessions 2022-23) सोमवार को परंपरागत राज्यपाल के अभिभाषण के बगैर शुरू हुआ. सरकार ने यह कहते हुए राज्यपाल के अभिभाषण के बिना सत्र शुरू करने का निर्णय लिया है कि बजट सत्र पिछले सत्र का सिलसिला है और सत्रावसान नहीं किया गया है. वहीं, बजट सत्र के पहले ही दिन तेलंगाना विधानसभा से तीन भाजपा विधायकों को निलंबित कर दिया (BJP MLAs suspended from Telangana Legislative Assembly) गया.
दरअसल, तेलंगाना के वित्त मंत्री हरीश राव के बजट पेश करने के दौरान कार्यवाही बाधित करने के कारण तीनों विधायकों को स्पीकर पोचाराम श्रीनिवास रेड्डी ने पूरे सत्र के लिए निलंबित (3 BJP MLAs suspended by speaker) कर दिया. वे तीन भाजपा विधायक एटाला राजेंद्र, रघु नंदन राव और राजा सिंह (etala Rajender, Raghu nandan Rao, and Raja Singh suspended) हैं. स्पीकर ने कहा कि तीनों विधायकों का निलंबन इस सत्र के अंत तक जारी रहेगा.
इससे पहले मंत्री तलसानी श्रीनिवास यादव ने एक प्रस्ताव पेश किया कि भाजपा विधायकों को बजट भाषण में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए और स्पीकर से उन्हें निलंबित करने का अनुरोध (Minister Talsani Srinivas Yadav requested the speaker to suspend) किया. इसे मंजूरी देते हुए अध्यक्ष ने भाजपा के तीनों विधायकों को निलंबित कर दिया. इसके बाद हरीश राव ने विधानसभा में तेलंगाना का वार्षिक बजट पेश (Telangana Annual Budget) किया.
कांग्रेस विधायकों का सदन से वॉकआउट
कांग्रेस ने सरकार पर बजट सत्र में विधानमंडल के नियमों का पालन नहीं करने तथा संवैधानिक भावना को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया. सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने (राज्य सरकार) सदन की परंपरा को तोड़ा है.
जानकारी के मुताबिक, तेलंगाना के इस बजट सत्र में राज्यपाल के भाषण के बिना ही वित्त मंत्री हरीश राव ने बजट पेश किया, जिसका कांग्रेस ने विरोध (Congress protested during budget 2022-23 ) किया. कांग्रेसियों का आरोप है कि सदन की परंपरा है कि राज्यपाल भाषण के बाद ही आगे की कार्यवाही होनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कांग्रेस ने इसका विरोध जताया और सदन से वॉकआउट (congress walked out of the House) कर गए.
वहीं, राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने भी सरकार के इस कदम पर आपत्ति जताई है. उन्होंने शनिवार को एक बयान में कहा कि सदन पांच महीने बाद बैठक कर रहा है. सामान्य परिस्थितियों में, जब इतने लंबे अंतराल के बाद सदन बुलाया जाता है, तो यह एक नया सत्र होता है, लेकिन सरकार ने पहले के सत्र को जारी रखने के लिए चुना है. राज्यपाल ने सरकार द्वारा उनका अभिभाषण रद्द किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की.
वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 2.56 लाख करोड़ का बजट पेश
तेलंगाना के वित्त मंत्री हरीश राव ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए विधानसभा में 2 लाख 56 हजार 958 करोड़ रुपये का बड़ा बजट पेश किया. सरकार ने कहा कि बजट में राजस्व 93 लाख 29 करोड़ रुपये होगा. पूंजीगत आय 63,832 करोड़ रुपये अनुमानित है, जबकि कर राजस्व 8,221 करोड़ रुपये है. गैर-कर राजस्व 25,421 करोड़ रुपये होगा. सरकार ने यह भी कहा कि केंद्रीय करों का हिस्सा 18,394 करोड़ रुपये और अनुदान 41,000 करोड़ रुपये होगा. भाजपा और कांग्रेस के बाधा उत्पन्न किये जाने के कारण केवल दो घंटे तक ही सदन की कार्यवाही चली और इसके बाद बुधवार (9 मार्च) तक सदन स्थगित कर दी गई.