झाड़ग्राम (पश्चिम बंगाल) :स्कूल सेवा आयोग (SSC) भर्ती घोटाले को लेकर जारी विवाद के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee) ने बृहस्पतिवार को भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह देश में 'तुगलकी राज' चला रही है. ममता ने केंद्र पर यह भी आरोप लगाया कि पह राजनीतिक हिसाब-किताब चुकता करने के लिए संघीय एजेंसियों का 'दुरुपयोग' कर रही है.
उन्होंने दावा किया कि राज्य की पूर्ववर्ती वाम मोर्चा सरकार के कार्यकाल के दौरान सरकारी नौकरियों की भर्ती में कई विसंगतियां थीं और वह उससे जुड़ी जानकारी 'जल्द साझा करेंगी.' मुख्यमंत्री ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'भाजपा देश में तुगलकी शासन चला रही है और देश को बांटने की कोशिश कर रही है. वे केंद्रीय एजेंसियों को नियंत्रित कर रहे हैं और उनका इस्तेमाल राजनीतिक प्रतिशोध के लिए कर रहे हैं.'
ममता ने 14वीं सदी के दिल्ली सल्तनत के शासक मुहम्मद-बिन-तुगलक का जिक्र करते हुए यह कहा. मुख्यमंत्री ने कहा, 'नियुक्तियों में विसंगतियों को लेकर काफी कुछ कहा जा रहा है. अगर किसी ने कुछ गलत किया है, तो कानून अपना काम करेगा. किन्तु, यह दुष्प्रचार अभियान बंद होना चाहिए. वाम मोर्चे की सरकार के दौरान एक कागज के टुकड़े पर नाम लिखकर देने से ही नौकरी मिल जाती थी. मैं इन अनियमितताओं का जल्द खुलासा करूंगी.'
पश्चिम बंगाल के सरकारी स्कूलों में नियुक्तियों में पाई गई कथित अनियमितता के सिलसिले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने राज्य के मंत्री पार्थ चटर्जी से बुधवार शाम तीन घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी. कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर चटर्जी सीबीआई के अधिकारियों के समक्ष पेश हुए थे. अदालत ने भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताओं को 'सार्वजनिक घोटाला' करार दिया था. ममता ने कहा कि अगर कुछ गलत है, तो इसे उचित कानून के माध्यम से ठीक किया जाना चाहिए. लेकिन अगर भाजपा को लगता है कि वह हमें क्रूरता के साथ बलपूर्वक चुप करा सकती है, तो यह गलत है.
ममता ने कहा कि भाजपा विधानसभा चुनाव हार गई, लेकिन उसे (भाजपा को) अब ऐसा लगता है कि वह वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कुछ जनाधार बना सकती है. ममता ने कहा कि भाजपा ने देश के सभी संस्थानों को नष्ट कर दिया है. उन्होंने कहा कि भगवा पार्टी ने राज्य को बदनाम करने के लिए 'दुष्प्रचार अभियान' चलाया है. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पार्टी के नेताओं से एक इकाई के रूप में काम करने तथा लोगों को राज्य सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में बताने को कहा.
ये भी पढ़ें - पश्चिम बंगाल में सेंट्रल प्रोजेक्ट के नाम बदलने का खेल, फंड रोकने पर प्रधानमंत्री मातृ वंदना फिर लागू
ममता ने जोर देकर कहा कि जंगलमहल क्षेत्र, जिसमें झाड़ग्राम, पश्चिम मिदनापुर, बांकुड़ा और पुरुलिया के कुछ हिस्से शामिल हैं, माओवादियों से मुक्त है. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में जो लोग दहशत पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, उनसे प्रशासन कठोरता से निपटेगा. उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार ने बंगाल को गेहूं देना बंद कर दिया है और ईंधन तथा रसोई गैस की कीमतें बढ़ा दी हैं. ममता ने आरोप लगाया कि भाजपा केवल जनता को लूटने की कोशिश कर रही है.
ममता के आरोपों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा कि बनर्जी ऐसा कह कर ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही हैं. माकपा नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा, 'आरोप निराधार हैं. अगर वामपंथी शासन के दौरान भर्ती में कोई गड़बड़ी हुई थी, तो तृणमूल कांग्रेस को इसे साबित करने दें. हम किसी जांच से डरते नहीं हैं.' भाजपा की बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने बनर्जी को फटकार लगाते हुए कहा कि उन्हें पहले अपने मंत्रियों से इस्तीफा देने के लिए कहना चाहिए जिन्हें सीबीआई ने एसएससी घोटाले में बुलाया है, इसके बाद वह दूसरों पर उंगली उठा सकती हैं.
झारग्राम माओवादियों से मुक्त, भय पैदा करने के लिए चस्पा किए पोस्टर : ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि झारग्राम जिला माओवादियों से मुक्त है और कुछ लोग उग्रवादियों के हवाले से हाथ से लिखे पोस्टर चिपकाकर इलाके में भय पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. माओवादियों के नाम वाले पोस्टर हाल में 'जंगलमहल' में कई स्थानों पर दिखाई दिए, जहां कभी चरमपंथी सक्रिय हुआ करते थे. झारग्राम इसी क्षेत्र का हिस्सा है. बनर्जी ने बुधवार को यहां एक प्रशासनिक समीक्षा बैठक में कहा, 'कुछ लोग हाथ से लिखे पोस्टर चिपका रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि यह माओवादियों ने किया है. यह सोशल मीडिया पर इन पोस्टर की तस्वीरें डालकर भय पैदा करने का प्रयास है. इंटरनेट पर नजर रखिए क्योंकि वहां अच्छे के साथ ही बुरे लोग भी हैं.'
ये भी पढ़ें - मोदी सरकार महंगाई से लोगों का ध्यान हटाने में व्यस्त : ममता
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कुछ पोस्टर की विश्वसनीयता की जांच की है और पाया कि इनमें कोई सच्चाई नहीं है. उन्होंने कहा, 'लगातार अभियान चलाया जा रहा है और मुझे लगता है कि इसकी जांच की जानी चाहिए.' झारग्राम के पुलिस अधीक्षक अरिजीत सिन्हा ने कहा कि घटना के संबंध में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और जांच चल रही है. बनर्जी ने मुख्य सचिव एच के द्विवेदी से झारखंड के उनके समकक्ष के साथ बात करने और अंतरराज्यीय सीमाओं की रक्षा के लिए एक रणनीति बनाने को कहा है. उल्लेखनीय है कि झारग्राम की सीमा झारखंड से लगती है और वहां से पश्चिम बंगाल में घुसने वाले अपराधियों की संख्या बढ़ गयी है.