कोलकाता : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के समय टीएसमी के कई नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था, लेकिन बंगाल में भाजपा का करारी हार के बाद इनमें से कई घर वापसी को बेकरार हैं. इसकी सुगबुगाहट मिलने के बाद पार्टी ने कमर कस ली है. इस संबंध में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) ने विधायकों के साथ बैठक की है.
पार्टी सूत्रों ने ईटीवी भारत को बताया कि भाजपा पार्टी के जिन विधायकों पर तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है, इनमें बगदा से बिस्वजीत दास, पुरुलिया से सुदीप मुखोपाध्याय और रानाघाट (उत्तर-पश्चिम) से पार्थ सारथी चट्टोपाध्याय शामिल हैं. इस घटनाक्रम से वाकिफ एक बीजेपी नेता ने कहा, 'ऐसी सुगबुगाहट मिलने के बाद शुभेंदु अधिकारी ने इन नेताओं से तत्काल संपर्क साधा और कोलकाता के एमएलए हॉस्टल में उनके साथ बैठक की.
हालांकि, आधिकारिक तौर पर यह खबर सामने आई थी कि अधिकारी नाताबारी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक मिहिर गोस्वामी (Mihir Goswami) से भेंट करने के लिए विधायक के आवास पर गए थे, जो नबन्ना में भाजपा मार्च के दौरान घायल हो गए थे. हालांकि, सूत्रों ने कहा कि अधिकारी का मुख्य उद्देश्य पार्टी से विधायकों के पलायन को रोकना था.
सूत्रों से पता चला है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) खुद पश्चिम बंगाल में पार्टी के विधायकों के बारे में नियमित जानकारी लेते हैं.