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BJP Leaders Meeting: भाजपा ने चार राज्यों में सरकार गठन की कवायद तेज की - government formation in the states

हाल में संपन्न पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों (five state assembly elections) में से चार राज्यों में जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने इन राज्यों में सरकार गठन (government formation in the states) और उसकी रूपरेखा तय करने की कवायद तेज कर दी है.

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सरकार गठन की कवायद तेज

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Published : Mar 16, 2022, 9:56 PM IST

नई दिल्ली:भाजपा ने चार राज्यों में सरकार गठन (government formation in the states) की कवायद तेज कर दी है. इसी क्रम में बुधवार को गोवा और मणिपुर के कार्यवाहक मुख्यमंत्रियों क्रमश: प्रमोद सावंत और एन बीरेन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ विचार-विमर्श किया.

उत्तर प्रदेश में आदित्यनाथ का फिर से मुख्यमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है जबकि पार्टी ने संकेत दिए है कि गोवा में सावंत और मणिपुर में सिंह को एक बार फिर से सरकार का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. हालांकि भाजपा की ओर से अभी तक इस बारे में कोई घोषणा नहीं की गई है. चौथा राज्य उत्तराखंड है, जहां भाजपा को शानदार जीत हासिल हुई है लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को हार का सामना करना पड़ा.

इन राज्यों में अगले हफ्ते विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नेता का चयन किया जाएगा. हार की वजह से धामी के भविष्य को लेकर संशय की स्थिति जरूर है लेकिन पार्टी नेताओं ने इस संभावना से इंकार किया है कि वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर हो गए हैं. पार्टी नेता मानते हैं कि भले ही वह अपना चुनाव हार गए हों लेकिन राज्य में भाजपा के शानदार प्रदर्शन में धामी की भूमिका अहम रही. उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी दल ने लगातार दो चुनाव जीतकर वहां बहुमत हासिल किया हो. उत्तर प्रदेश में सरकार की रुपरेखा और उसमें मंत्रियों की भूमिका तय करने के लिए भाजपा लगातार बैठकें भी कर रही है.

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि मंत्रियों के चयन में उनकी शिक्षा, उम्र, लिंग, धर्म और जाति सहित विभिन्न कारकों को खंगाला जा रहा है ताकि नयी सरकार में सभी सामाजिक वर्गों का प्रतिनिधित्व हो और उसमें सुशासन के भाजपा के एजेंडे की झलक भी हो. सावंत से मुलाकात के बाद मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि हमारी पार्टी गोवा के लोगों की आभारी है कि उन्होंने फिर से सेवा करने का जनादेश दिया है. आने वाले समय में हम गोवा के विकास के लिए काम करते रहेंगे.

सावंत के साथ भाजपा के गोवा प्रदेश प्रभारी सीटी रवि और प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सदानंद शेट तनवड़े ने भी प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की. गोवा विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 40 में से 20 सीटों पर जीत दर्ज की. महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के दो विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों ने भी भाजपा को समर्थन दिया है. भाजपा विधानसभा में सहज स्थिति में दिखायी दे रही है.

बहरहाल भाजपा ने गोवा में सरकार बनाने का अभी तक दावा नहीं जताया है. प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद सावंत ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि उन्होंने गोवा विधानसभा चुनावों में भाजपा की शानदार सफलता पर प्रधानमंत्री को जानकारी दी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भाजपा पर विश्वास फिर से जताने के लिए गोवा के लोगों के प्रति अपना आभार व्यक्त किया और राज्य के विकास के लिए समर्थन देते रहने का आश्वासन दिया.

भाजपा ने केंद्रीय मंत्रियों नरेंद्र सिंह तोमर और एल मुरुगन को गोवा में विधायक दल के नेता के चयन के लिए पर्यवेक्षक और सह-पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. एन बीरेन सिंह से मुलाकात के बाद मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने पार्टी की शानदार विजय पर मुख्यमंत्री को बधाई दी और साथ ही सिंह ने यह विश्वास दिलाया कि वह मणिपुर के लोगों की आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए और परिश्रम के साथ काम करने को प्रतिबद्ध है. सावंत और सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी अलग-अलग मुलाकात की.

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चारों राज्यों में सरकार के गठन को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार देर रात तक एक बैठक की थी जिसमें जेपी नड्डा के अलावा बी एल संतोष, अमित शाह, राजनाथ सिंह, प्रह्लाद जोशी और धर्मेंद्र प्रधान भी शामिल थे. भाजपा ने शाह को उत्तर प्रदेश के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को सह पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. उत्तराखंड के लिये पार्टी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पर्यवेक्षक तथा केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी को सह पर्यवेक्षक नियुक्त किया है जबकि मणिपुर के लिये वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पर्यवेक्षक तथा केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू को सह पर्यवेक्षक बनाया गया है.

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