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शिवसेना का आरोप, किरीट सोमैया ने गबन किए INS विक्रांत के पैसे

महाराष्ट्र में शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) की पत्नी वर्षा और उनके करीबी प्रवीण राउत ईडी के निशाने पर हैं. मुंबई में ईडी ने 1034 करोड़ के चॉल घोटाले में संपत्ति जब्त कर ली है. इसी बीच संजय राउत ने भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि किरीट सोमैया ने युद्धपोत आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) के संरक्षण के लिए जुटाए गए 50 करोड़ रुपए की हेराफेरी की है.

Sanjay Raut
शिवसेना सांसद संजय राउत

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Published : Apr 6, 2022, 5:13 PM IST

मुंबई/नई दिल्ली: शिवसेना सांसद संजय राउत ने बुधवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने कथित तौर पर देश के पहले विमानवाहक पोत 'आईएनएस विक्रांत' को बचाने के लिए जमा की गई राशि में 58 करोड़ रुपए का घोटाला किया. राउत ने कहा कि यह खुलासा महाराष्ट्र राजभवन द्वारा मार्च में धीरेंद्र उपाध्याय नामक कार्यकर्ता को सौंपे गए आरटीआई के एक जवाब में हुआ है, जो सोमैया और उनके समर्थकों के 'देशद्रोह' को उजागर करता है. कार्यकर्ता ने 2013-2014 में 'विक्रांत' को बचाने के लिए जनता, सेवानिवृत्त और सेवारत रक्षा कर्मियों और अधिकारियों के जुटाए गए धन का विवरण मांगा था. राउत ने कहा कि सोमैया ने धन उगाहने वालों के साथ मदद करने की पेशकश की थी और कहा था कि जमा की गई राशि को राजभवन में महाराष्ट्र के राज्यपाल को सौंप दिया जाएगा. राजभवन ने कहा है कि उन्हें ऐसा कोई धन प्राप्त नहीं हुआ.

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सोमैया ने जवाब में मंगलवार को कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनकी पत्नी और दोस्तों के खिलाफ कार्रवाई होने के बाद राउत केवल 'टाइम-पास' कर रहे हैं. उन्होंने मेरी पत्नी, मेरे परिवार और मुझ पर कई आरोप लगाए. अगर उनके पास मेरे खिलाफ कोई सबूत है तो उन्हें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंप देना चाहिए. सोमैया को एक 'कीड़े' के रूप में संबोधन करते हुए राउत ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार 'विक्रांत को बचाने' के लिए धन के दुरुपयोग की जांच करेगी. उन्होंने कहा कि सोमैया एक चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं जो जानते हैं कि इस तरह के पैसे को कैसे पचाना है और मांग की कि केंद्रीय एजेंसियां भी इस मामले की निष्पक्ष जांच करे. 1997 में आईएनएस विक्रांत के निष्क्रिय होने के बाद, इसे 2012 तक एक संग्रहालय के रूप में संरक्षित किया गया था, जिसके बाद इसे बचाने के लिए धन की जरूरत थी.

आरटीआई का जवाब

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ईडी व अन्य जांच एजेंसियों के खिलाफ संसद परिसर में शिवसेना सांसदों का विरोध प्रदर्शन :इधर, शिवसेना सांसदों ने बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई के विरोध में संसद परिसर में प्रदर्शन किया. दरअसल ईडी ने संजय राउत के परिवार प्रवीण राउत, वर्षा राउत और स्वप्ना पाटकर की 11.15 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्ककर ली है जिसमें संजय राउत की पत्नी का दादर और अलीबाग स्थित फ्लैट भी शामिल है. ईडी ने यह कार्रवाई पात्रा चॉल भूमि घोटाले से जुड़े मामले में की है. इसके विरोध में बुधवार को संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास तख्ती लेकर शिवसेना सांसदों ने प्रदर्शन किया और कहा कि ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स सबने खोया जनता का विश्वास खो दिया है.

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इससे पहले ईडी की इस कार्रवाई से भड़के संजय राउत ने मंगलवार को कहा कि क्या मैं विजय माल्या, मेहुल चोकसी, नीरव मोदी या अंबानी-अदानी हूं? चाहे हमारी प्रोपर्टी जब्त हो, गोली मारो या जेल भेजो, हम नहीं डरेंगे. 2 साल से चुप बैठाने की कोशिश है, चुप बैठा क्या? जिसको फुदकना है, नाचना है नाचने दो. आगे पता चलेगा कि सच क्या है और झूठ क्या है. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई तब शुरू हुई जब लोगों ने उन पर महाराष्ट्र सरकार गिराने का दबाव बनाया. उन्होंने कहा कि वे मुझे डरा नहीं सकते. चाहे वे मेरी संपत्ति को जब्त कर लें या मुझे गोली मार दें या मुझे जेल भेज दें. संजय राउत बालासाहेब ठाकरे के अनुयायी और एक शिव सैनिक है.

गौरतलब है कि कि महाराष्ट्र में ईडी ने शिवसेना नेता संजय राउत पर कार्रवाई की है. ईडी ने 1,034 करोड़ रुपए के पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में शिवसेना नेता की संपत्ति को अटैच की है. साथ ही निदेशालय ने संजय के अलीबाग में एक प्लॉट और दादर में एक फ्लैट को कुर्क कर दिया है. उस समय सोमैया ने धन उगाहने वाले अभियान की मदद करने की पेशकश की थी जिसमें अनुमानित रूप से 57-58 करोड़ रुपए जमा किए गए थे जो राजभवन को सौंपे जाने थे. अब राउत ने कहा कि इतने सालों के बाद आरटीआई के जरिए यह बात सामने आई है कि राजभवन को कभी फंड मिला ही नहीं.

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