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विपक्ष समाधान नहीं, सिर्फ सवाल उठाना चाहता है : भाजपा - शीतकालीन सत्र में सांसदों के निलंबन का भाजपा नेता ने किया बचाव

सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने संसद के शीतकालीन सत्र में गतिरोध पैदा करने पर विपक्ष के रवैये पर सवाल उठाया है. विपक्षी पार्टियों पर आरोप लगाया है कि जब जनता प्रतिनिधियों को चुनकर लोकतंत्र के सर्वोच्च सदन में भेजती है तो वह अपेक्षा करती है कि उनका आचरण उल्लेखनीय हो, लेकिन इस सत्र में संसद की सारी गरिमा को तार-तार कर दिया गया. पढ़ें पूरी खबर.

Hardeep Singh Puri Sudhanshu Trivedi
हरदीप सिंह पुरी सुधांशु त्रिवेदी (फाइल फोटो)

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Published : Dec 24, 2021, 7:00 PM IST

Updated : Dec 24, 2021, 7:44 PM IST

नई दिल्ली :संसद के शीतकालीन सत्र समापन हो चुका है. इस सत्र में कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियों का जो व्यवहार रहा, उसे सत्ताधारी पार्टी बीजेपी भुला नहीं पा रही या लोगों को भूलने नहीं देना चाहती. पार्टी मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया है कि कांग्रेस को विपक्ष के रूप में व्यवहार करना नहीं आता. इन नेताओं ने यहां तक कहा कि कांग्रेस को न सत्ता चलाना आता है ना ही विपक्ष में जिम्मेदारी पूर्ण आचरण करना आता है.

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Union Minister Hardeep Singh Puri) ने आरोप लगाया कि जिस तरह का आचरण विपक्ष ने सदन के अंदर किया. मार्शलों के साथ दुर्व्यवहार किया. मानसून सत्र में अशोभनीय आचरण के कारण शीतकालीन सत्र में सांसदों के निलंबित किए जाने पर लगातार हंगामा किया. यही नहीं एक पार्टी के नेता ने रूलबुक चेयर की तरफ फेंकी. क्या विपक्ष की संसद के प्रति यही जिम्मेदारी है.

'लिंचिंग शब्द पर आरोप लगाने वाले पुरानी रिपोर्ट पढ़ें'
पुरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि तीन बार मैंने मूल्य वृद्धि पर चर्चा के लिए जवाब तैयार किया लेकिन विपक्ष ने इस पर भी चर्चा नहीं होने दी. यही नहीं लिंचिंग मुद्दे पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि एक विपक्ष के युवा नेता ने लिंचिंग पर सवाल उठाया लेकिन मैं इस बारे में विस्तार पूर्वक बताना चाहता हूं कि 1989 में कश्मीरी पंडितों के साथ, 1986 में भिवंडी में, इसके अलावा भागलपुर में और कई जगह ऐसी लिंचिंग हुई जो कांग्रेस के समय हुई थी और यह कांग्रेस को याद नहीं तो उन्हें पुरानी रिपोर्ट उठाकर पढ़ लेनी चाहिए. क्योंकि यह आरोप लगा रहे थे कि लिंचिंग का शब्द यह हमारी परिभाषा में 2014 में लाया गया, इसलिए उन्हें इन पुरानी घटनाओं को याद कर लेना चाहिए.

उन्होंने कहा कि यह कॉम्पिटेटिव डेस्ट्रक्शन (competitive destruction) था पूरे सत्र के दौरान जो विपक्ष ने किया और यह जनता देख रही है. हरदीप पुरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि लगातार कांग्रेस नकारात्मक राजनीति कर रही है, चाहे कोरोना वायरस का मामला हो या ओमीक्रोन को लेकर बात हो या फिर किसी सरकारी समारोह की ही बात क्यों न हो. कांग्रेस पीछे हट जाती है या उसकी आलोचना करती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहती कुछ और है करती कुछ और है. विपक्ष समाधान नहीं, सिर्फ सवाल उठाना चाहता है.

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पंजाब की घटना पर उठाए सवाल
हरदीप पुरी ने कहा कि पिछले दिनों जो पंजाब में घटना हुई है इस पर बहुत ही गंभीरता से सोचना होगा. उन्होंने कहा कि आज केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू पंजाब गए हैं और और इस पर केंद्र सरकार भी नजर बनाए हुए है. अपने मंत्रालय की तरफ से किए जा रहे सैनिटेशन ड्राइव पर बोलते हुए पुरी ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ राज्यों से सहयोग नहीं मिल रहा जैसे वेस्ट बंगाल के पुरुलिया से अभी भी कोई जवाब नहीं आया है. इसी तरह कई और राज्य भी हैं जो परस्पर सहयोग नहीं कर रहे जबकि यह कार्यक्रम गांधी जी की 150वीं जयंती के वर्ष में शुरू किया गया था.

चुनाव के संबंध में कोर्ट की टिप्पणी पर ये बोले
इलाहाबाद हाई कोर्ट की तरफ से की गई सरकार से अपील जिसमें यह कहा गया है कि फिलहाल चुनाव को टाल देना चाहिए, इसका जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि कौन सी जगह में किस समय क्या राजनीतिक गतिविधि होनी चाहिए या नहीं होनी चाहिए इस पर सरकार निर्णय नहीं लेती, बल्कि इसके लिए एक संवैधानिक संस्था है और वह है चुनाव आयोग, जो निर्णय लेता है. मुझे लगता है कि जो इसके लिए जिम्मेदार है वह स्थितियों का जायजा लेकर निर्णय लेंगे. उन्होंने कहा कि न्यायालय की टिप्पणी का चुनाव आयोग संज्ञान लेगा और वही निर्णय लेगा.

ओवैसी पर साधा निशाना

असदुद्दीन ओवैसी पर उन्होंने कहा कि नाम असदुद्दीन हो या अकबरुद्दीन हो, हैं तो वही पार्टी के नेता, जो 15 मिनट फोर्स हटा लो इस तरह की बातें करते हैं. भाजपा नेता ने कहा कि उनके ऊपर तो जिन्ना का साया है और उनके अंदर जिन्ना की रूह है क्योंकि जो वह बात कर रहे हैं 16 अगस्त 1946 को यही जिन्ना ने भी बात कही थी. यह वह लोग हैं जो कहते हैं की नस्लें खत्म कर देंगे यह कर देंगे-वह कर देंगे लेकिन वह तमाम दावे करते रहें मगर कुछ बात है जो हस्ती मिटती नहीं हमारी.

चर्चा से भाग क्यों जाती है कांग्रेस : सुधांशु
कांग्रेस नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस यह आरोप लगा रही हैं कि बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में उनकी बात नहीं मानी जाती या उन्हें समय पर जानकारी नहीं दी जाती. ऐसे में सवाल ये उठता है कि जिस विषय पर चर्चा के लिए नोटिस दिया गया उससे भी आखिर कांग्रेस क्यों भाग जाती है. सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस का नाम न लेते हुए आरोप लगाया कि जिसको कोविड-19 movid नजर आता है क्या उससे ये आशा की जा सकती है कि वह हिंदू और हिंदुत्व में कोई फर्क कर पाएगा.

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Last Updated : Dec 24, 2021, 7:44 PM IST

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