नई दिल्ली :संसद के शीतकालीन सत्र समापन हो चुका है. इस सत्र में कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियों का जो व्यवहार रहा, उसे सत्ताधारी पार्टी बीजेपी भुला नहीं पा रही या लोगों को भूलने नहीं देना चाहती. पार्टी मुख्यालय में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया है कि कांग्रेस को विपक्ष के रूप में व्यवहार करना नहीं आता. इन नेताओं ने यहां तक कहा कि कांग्रेस को न सत्ता चलाना आता है ना ही विपक्ष में जिम्मेदारी पूर्ण आचरण करना आता है.
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Union Minister Hardeep Singh Puri) ने आरोप लगाया कि जिस तरह का आचरण विपक्ष ने सदन के अंदर किया. मार्शलों के साथ दुर्व्यवहार किया. मानसून सत्र में अशोभनीय आचरण के कारण शीतकालीन सत्र में सांसदों के निलंबित किए जाने पर लगातार हंगामा किया. यही नहीं एक पार्टी के नेता ने रूलबुक चेयर की तरफ फेंकी. क्या विपक्ष की संसद के प्रति यही जिम्मेदारी है.
'लिंचिंग शब्द पर आरोप लगाने वाले पुरानी रिपोर्ट पढ़ें'
पुरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि तीन बार मैंने मूल्य वृद्धि पर चर्चा के लिए जवाब तैयार किया लेकिन विपक्ष ने इस पर भी चर्चा नहीं होने दी. यही नहीं लिंचिंग मुद्दे पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि एक विपक्ष के युवा नेता ने लिंचिंग पर सवाल उठाया लेकिन मैं इस बारे में विस्तार पूर्वक बताना चाहता हूं कि 1989 में कश्मीरी पंडितों के साथ, 1986 में भिवंडी में, इसके अलावा भागलपुर में और कई जगह ऐसी लिंचिंग हुई जो कांग्रेस के समय हुई थी और यह कांग्रेस को याद नहीं तो उन्हें पुरानी रिपोर्ट उठाकर पढ़ लेनी चाहिए. क्योंकि यह आरोप लगा रहे थे कि लिंचिंग का शब्द यह हमारी परिभाषा में 2014 में लाया गया, इसलिए उन्हें इन पुरानी घटनाओं को याद कर लेना चाहिए.
उन्होंने कहा कि यह कॉम्पिटेटिव डेस्ट्रक्शन (competitive destruction) था पूरे सत्र के दौरान जो विपक्ष ने किया और यह जनता देख रही है. हरदीप पुरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि लगातार कांग्रेस नकारात्मक राजनीति कर रही है, चाहे कोरोना वायरस का मामला हो या ओमीक्रोन को लेकर बात हो या फिर किसी सरकारी समारोह की ही बात क्यों न हो. कांग्रेस पीछे हट जाती है या उसकी आलोचना करती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहती कुछ और है करती कुछ और है. विपक्ष समाधान नहीं, सिर्फ सवाल उठाना चाहता है.
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