जयपुर : राजस्थान के पूर्व डिप्टी सचिन पायलट मंगलवार को अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठे हैं. वह पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार के समय हुए भ्रष्टाचार के मामलों की जांच की मांग को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर अनशन कर रहे हैं. पायलट के इस अनशन पर बीजेपी ने तंज कसा है. बीजेपी प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि कांग्रेस का घमासान अब सड़कों पर आ गया है. वहीं, उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने कहा, किस्सा कुर्सी का, लेकिन जनता को क्या मिला ?
कांग्रेस का घमासान सड़कों पर : बीजेपी प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने बिना किसी का नाम लिए ट्वीट किया और लिखा- राजस्थान कांग्रेस मे घमासान सडकों पर आया, गहलोत सरकार में महिलाओं पर अत्याचार, दलित शोषण, खान घोटालों और पेपर लीक घोटाले मे कांग्रेस जन मौन क्यों है? पुजारी और संतों की मौत का जिम्मेदार कौन? अरुण सिंह ने आगे लिखा- गहलोत सरकार ने साढ़े चार में तुष्टिकरण की राजनीति की है, तुष्टिकरण के मामलो से बहुसंख्यकों की विरोधी सरकार की दुर्गति निश्चित है.
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जनता को क्या मिला ? : उपनेता प्रतिपक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया ने गहलोत सरकार पर तगड़ा हमला बोलते हुए कहा, तो किस्सा कुर्सी का है, लेकिन जनता को क्या मिला? बदहाल कानून व्यवस्था, रोते किसान, हैरान जवान, त्रस्त अवाम, रोती अबला…जनता कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगी.
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अपनी सरकार भ्रष्टाचार पर क्या ? : इससे पहले नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने भी सचिन पायलट के अनशन पर और पूर्ववर्ती भाजपा शासन पर लगाये भ्रष्टाचार के आरोपों पर निशाना साधा था. राठौड़ ने कहा था कि पायलट पहले अपनी सरकार के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार के मामलों की जांच की मांग उठानी चाहिए थी. उन्होंने जिस तरह से पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर आरोप लगाए वह सब राजनीति से प्रेरित आरोप है. राजनीतिक दुर्भावना के साथ पायलट ने इस तरह के आरोप लगाए हैं. पायलट को अपनी सरकार के काले कारनामों पर बोलना चाहिए.