दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

MP में भी BJP ने अपनाया उत्तराखंड वाला फॉर्मूला, बड़े चेहरे दरकिनार, जूनियर पर जताया भरोसा, समझे मायने

Madhya Pradesh CM Mohan Yadav पीएम मोदी और अमित शाह ने एक बार फिर से अपने फैसले से सबको चौंका दिया है. मोदी-शाह ने एमपी में दो बार के एमएलए मोहन यादव को सीएम बनाकर पॉलिटिकल गुगली फेंकी है. जिससे पॉलिटिकल पंडित भी हैरान है. मोदी शाह ने एमपी से पहले उत्तराखंड में भी कुछ ऐसा ही किया था. यहां भी मोदी-शाह की जोड़ी ने तमामा सीनियर नेताओं को नजरअंदाज कर युवा पुष्कर सिंह धामी पर भरोसा जताया.

Mohan Yadav New CM of Madhya Pradesh
मध्य प्रदेश के नए सीएम मोहन यादव

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 11, 2023, 7:08 PM IST

Updated : Dec 11, 2023, 7:51 PM IST

देहरादूनःमध्य प्रदेश में पिछले 6 दिनों से मुख्यमंत्री के नाम को लेकर चल रही रस्साकशी आखिरकार थम गई है. आखिरकार मध्य प्रदेश में नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगा दी गई है. मुख्यमंत्री के नाम में दिग्गज नरेंद्र सिंह तोमर, शिवराज सिंह चौहान, प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय और वीडी शर्मा का नाम शामिल था, लेकिन मुहर मोहन यादव के नाम पर लगाई गई. अचानक से आए इस नाम के बाद एक बार फिर से यह साफ हो गया कि बीजेपी अब सेकंड लाइन तैयार कर रही है. मोहन यादव को सीएम बनाए जाने के बाद उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम की घोषणा की यादें ताजा हो गई. यहां भी कुछ कुछ ऐसा ही बीजेपी ने किया था.

मध्य प्रदेश के नए सीएम बने मोहन यादव

उत्तराखंड में भी पुष्कर सिंह धामी के नाम के ऐलान ने सबको चौंकाया थाःमध्य प्रदेश में जो तस्वीर सामने आई, जिसमें यह साफ देखा जा सकता था कि कैसे तमाम निर्वाचित विधायकों को जब एक साथ बैठाया गया था, तब मोहन यादव सबसे पीछे बैठे हुए थे, लेकिन विधायक दल की बैठक में अचानक से उनका मुख्यमंत्री के लिए उनका नाम सामने आ जाता है. ठीक ऐसा ही उत्तराखंड में उस वक्त हुआ था, जब बीजेपी दफ्तर में तमाम विधायकों को बुलाया गया था और पर्यवेक्षक के रूप में राजनाथ सिंह देहरादून पहुंचे थे.

सभी इस बात पर कयास लगा रहे थे कि उत्तराखंड में सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, अनिल बलूनी के साथ अनुभवी और कई बार के विधायकों में से किसी एक को सीएम बनाया जा सकता है. मतलब दूर-दूर तक किसी को यह आभास भी नहीं था कि पुष्कर सिंह धामी के नाम पर अचानक से मुहर लग जाएगी. तमाम विधायकों को बैठाया जाता है और सबसे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत, पुष्कर सिंह धामी के नाम का ऐलान करते हैं. जिसके बाद तमाम विधायकों को भी धामी के नाम पर मुहर लगानी पड़ती है.
ये भी पढ़ेंःमोहन यादव होंगे MP के नये CM, जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला डिप्टी सीएम, नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा के स्पीकर

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद यह साफ हो जाता है कि बीजेपी उत्तराखंड में नया चेहरा उतारकर सेकंड लाइन तैयार कर रही है. मध्य प्रदेश में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला है. तमाम वरिष्ठ और कई बार के विधायकों के बीच में से उस चेहरे को उठाकर मुख्यमंत्री बनाया जाता है, जो लाइन में सबसे आखिरी में बैठा होता है.

राजस्थान में भी बीजेपी नए चेहरे को बना सकती है मुख्यमंत्री:राजनीति के जानकार मान रहे हैं कि छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद राजस्थान में भी किसी नए चेहरे पर बीजेपी दांव खेल सकती है. बता दें कि उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी भी दो बार के विधायक रह चुके थे, जब उन्हें सीएम बनाया गया. जबकि, मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव भी दो बार के विधायक हैं. उन्होंने भी 2013 में चुनाव लड़ा था.

Last Updated : Dec 11, 2023, 7:51 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details