हैदराबाद: पुष्कर सिंह धामी, इस नाम की पहचान कल तक उत्तराखंड की खटीमा विधानसभा सीट के एक विधायक की थी. हो सकता है कि उत्तराखंड के बाहर ज्यादा लोग इस चेहरे को जानते भी ना हों. लेकिन आज ये नाम सभी की जुबां पर है. सोशल मीडिया से लेकर सियासी गलियारों और अखबारों की सुर्खियों तक पुष्कर सिंह धामी का नाम छाया हुआ है. क्योंकि पुष्कर सिंह धामी को बीजेपी आलाकमान ने उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी है. ये सब बीजेपी के एक और चौंकाने वाले फैसले की बदौलत हुआ है. इससे पहले भी बीजेपी के कई फैसले चौंकाने वाले रहे हैं. ये फैसले बताते हैं कि जो ना तीन में होता है ना तेरह में, वो मुख्यमंत्री बन जाता है.
रेस वाले दौड़ते रहे और वो 'मुखिया' बन गए
कल तक ना तो पुष्कर सिंह धामी का नाम मुख्यमंत्री बनने की रेस में था और ना 4 महीने पहले तीरथ सिंह रावत कहीं रेस में थे. मीडिया की सुर्खियों से लेकर सोशल मीडिया के ट्रेंड तक दोनों बार ना जाने कौन-कौन मुख्यमंत्री की रेस में शामिल था. सियासी जानकार भी ताल ठोककर और सियासी समीकरण बिठाकर बड़े-बड़े दिग्गजों को दावेदार बता रहे थे लेकिन दोनों बार बीजेपी ने ऐसा फैसला लिया कि सियासी पंडितों की भविष्यवाणी एक बार फिर धरी की धरी रह गई.
करीब 4 महीने पहले त्रिवेंद्र सिंह की विदाई के बाद पौड़ी गढ़वाल से सांसद तीरथ सिंह रावत को कमान सौंप दी और अब खटीमा से विधायक पुष्कर सिंह धामी को ताज पहना दिया. वैसे साल 2017 में उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बंपर बहुमत मिला तो फिर से मुख्यमंत्री की रेस में कई दिग्गजों का नाम शुमार था लेकिन बीजेपी ने त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री बना दिया.
बीजेपी ने पहले भी लिए हैं चौंकाने वाले फैसले
योगी आदित्यनाथ- 2017 में उत्तराखंड के साथ ही बीजेपी ने यूपी का किला भी भेदा था और बड़ी जीत हासिल की थी. देश के सबसे बड़े सूबे में कमल खिलने के बाद राजनीतिक विश्लेषक राजनाथ सिंह से लेकर मनोज सिन्हा और ना जाने किस-किस को सीएम की रेस में आगे बता रहे थे लेकिन बीजेपी आलाकमान ने गोरखपुर से तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ का राज तिलक कर दिया.
मनोहर लाल खट्टर- साल 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने हरियाणा में पहली बार बहुमत हासिल किया था. हरियाणा में बीजेपी के बड़े-बड़े जाट चेहरे मुख्यमंत्री बनने का ख्वाब संजोये बैठे थे. सियासी पंडित भी जाट चेहरों पर दांव लगा रहे थे लेकिन इन सबसे अलग बीजेपी आलाकमान ने पहली बार विधायक बने मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बना दिया. संघ प्रचारक रहे मनोहर लाल खट्टर पंजाबी हैं और 2014 के बाद 2019 विधानसभा चुनाव में जीत के बाद भी जाटों के प्रदेश हरियाणा के मुख्यमंत्री हैं.