कोलकाता : भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई में संकट गहराता जा रहा है. भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय के टीएमसी में शामिल होने के बाद बंगाल में भाजपा के दो और विधायकों तन्मय घोष और बिस्वजीत दास ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है.
बंगाल भाजपा नेतृत्व को आशंका है कि आने वाले दिनों में पार्टी के और विधायक टीएमसी में शामिल हो सकते हैं. लेकिन भगवा पार्टी ने इस मुद्दे से निपणने का फैसला किया है. मुकुल रॉय के मामले की तरह, भाजपा पश्चिम बंगाल विधानसभा अध्यक्ष बिमान बंदोपाध्याय से संपर्क करेगी और दलबदल विरोधी कानून के प्रावधानों के तहत पार्टी छोड़ने वाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेगी. साथ ही बंगाल भाजपा ऐसे दलबदलू जन प्रतिनिधियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का सहारा लेगी.
भाजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी इस मुद्दे पर आज विधानसभा अध्यक्ष से संपर्क करेगी और घोष तथा दास के खिलाफ दलबदल विरोधी कानून के तहत कार्रवाई की मांग को लेकर लिखित ज्ञापन सौंपेगी. साथ ही पार्टी इस मुद्दे पर कलकत्ता उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका भी दायर करेगी. इसका मकसद स्पीकर पर दबाव बनाना है.
इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक मनोज तिग्गा ने कहा कि बुधवार को वे इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष को लिखित ज्ञापन सौंपेंगे. उन्होंने कहा, हम इस मुद्दे पर कलकत्ता उच्च न्यायालय का भी दरवाजा खटखटाएंगे.