नई दिल्ली: राज्यसभा (Rajya Sabha) की चार सीटें जीतने के बाद उच्च सदन में भाजपा सांसदों की संख्या 101 (target of getting more than 100 seats has been fulfilled) हो गई है. जबकि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (National Democratic Allience) के अब कुल 117 सदस्य हो गये हैं. इससे साफ है कि एनडीए को राज्यसभा में कोई भी बिल पास कराने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी.
1980-90 के कार्यकाल के बाद पहली बार किसी एक पार्टी के खेमे में सदस्यों की संख्या 100 से ज्यादा हुई है. यह एक रिकॉर्ड भी है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने सबसे कम सदस्य होने का रिकॉर्ड कायम किया है. राज्यसभा में कांग्रेस के अब मात्र 29 सदस्य ही रह गए हैं. एनडीए खेमे में कुल 117 सांसद हो गए हैं जो बहुमत के आंकड़े को पार करते हैं. राज्यसभा के 13 सीटों के चुनाव में 4 सीटें बीजेपी को हासिल हुई है. वहीं आम आदमी पार्टी को 5 सीटें और कांग्रेस, सीपीआई, सीपीआईएम, यूपीपीसीएल को एक-एक सीटें मिली हैं.
कांग्रेस सदस्यों की संख्या में ऐतिहासिक गिरावट:राज्यसभा के 245 सदस्यों में से एनडीए के खेमे में 117 सीटें आना बीजेपी की बड़ी उपलब्धि मानी जा सकती है. क्योंकि सत्ता में होते हुए भारतीय जनता पार्टी को किसी भी विधेयक को लोकसभा से पारित कराने के बाद राज्यसभा में पारित कराने में विरोधियों के आगे काफी मशक्कत करनी पड़ती थी. अब पार्टी नेता इस बात से उत्साहित हैं कि पार्टी को मिले ट्रिपल डिजिट के सदस्यों की संख्या में बीजेपी की लोकप्रियता के ग्राफ को और काफी आगे बढ़ा दिया है. इसके उलट कांग्रेस के ग्राफ को देखा जाए तो 99 सदस्यों की संख्या वाली कांग्रेस अब मात्र 29 पर सिमटकर रह गई है.
क्या बोले राज्यसभा सांसद:भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा में सांसद और राज्यसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक शिव प्रताप शुक्ला ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि चार राज्यों में जो बहुमत मिला है वह बहुत बड़ा है. जनता ने बीजेपी को हर क्षेत्र में स्वीकारा है. यह हमारे लिये गौरव की बात है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस गौरव को प्राप्त किया गया है और इसके लिए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सहित उच्च सदन के पार्टी सदस्य बधाई के पात्र हैं.